लॉकडाउन : एनसीआर में 50 से ज्यादा शराब तस्कर गिरफ्तार, लाखों रुपये की शराब जब्त

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नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। लॉकडाउन की सख्ती में भी राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में शराब तस्करी बदस्तूर जारी है। पुलिस रोजाना शराब और तस्करों को पकड़ रही है। ल्ेकिन तस्कर तमाम नए-नए फामूर्लों से तस्करी कर रहे हैं। दिल्ली और आसपास के जिलों में 50 से ज्यादा शराब तस्कर पकड़े जा चुके हैं। लाखों रुपये की शराब जब्त हो चुकी है, और 75 से ज्यादा वाहन जब्त किए जा चुके हैं।

दिल्ली के पश्चिमी परिक्षेत्र की संयुक्त आयुक्त शालिनी सिंह के मुताबिक, बाहरी, पश्चिमी और द्वारका जिलों में पिछले 40 दिनों में लॉकडाउन के दौरान जिस तेजी से शराब तस्करों ने हरियाणा बार्डर से दिल्ली में घुसने की कोशिश की, हमने उससे ज्यादा उन्हें दबोचने और रोकने के इंतजाम किए हैं। मेरे अधीन तीनों जिलों के बाबा हरिदास नगर, छाबला, मुंडका, टीकरी बार्डर, रघुवीर नगर, मादीपुर आदि इलाकों में पुलिस ने शराब और तस्करों को पकड़ा है।


शालिनी सिंह के मुताबिक, सिर्फ बाहरी दिल्ली जिले में ही नौ हजार लीटर से ज्यादा शराब जब्त की है। इसी तरह द्वारका जिले में स्थित बाबा हरिदास नगर थाने में जिले में सबसे ज्यादा शराब तस्करी के मुकदमे दर्ज हुए हैं। यहां रिकॉर्ड शराब, तस्कर, वाहन पकड़े और जब्त किए गए हैं।

लॉकडाउन में सड़कें सूनी हैं, खरीददार नहीं हैं, फिर भी शराब की तस्करी आखिर क्यों हो रही है? शालिनी सिंह ने कहा, तस्कर और खरीददार सब एक-दूसरे को तलाश लेते हैं। पुलिस इन दोनों के बीच में बैरियर का काम कर रही है। थाना नजफगढ़ द्वारका इलाकों में भी बहुतायत में पुलिस ने शराब और तस्कर पकड़े हैं। शराब के काले कारोबार से जुड़े लोग पुलिस से बचने को तरह तरह के फार्मूले अपना रहे हैं। दो तीन तस्कर तो शव रखने वाले फ्रीजर में एंबुलेंस के भीतर ही शराब भरकर हरियाणा से दिल्ली ले आए। उन्हें भी सप्लाई कर पाने से पहले ही दबोच लिया था।

मध्य दिल्ली जिले के डीसीपी संजय भाटिया के मुताबिक, शराब तस्कर कितने भी शातिर क्यों न बनें, एक-दो बार बच जाते हैं मगर अंतत: हम उन्हें पकड़ ही ले रहे हैं। थाना देशबंधु गुप्ता रोड इलाके में सोमवार को ही दो शराब तस्कर पकड़े हैं। नवीन चंद्र भट्ट और राहुल नाम के दोनों तस्कर दूध की क्रेट्स में शराब तस्करी करने जा रहे थे। इनके कब्जे से 56 पेटी शराब पकड़ी गई। यह शराब सिर्फ हरियाणा राज्य में ही बिकती है और आपूर्ति हो सकती है।


दिल्ली के द्वारका जिला पुलिस ने 18 मोहन गार्डन क्षेत्र में ऐसे शराब तस्करों को गिरप्तार किया, जो पानी के टैंकर में ही शराब भरकर तस्करी करने तड़के चार बजे निकल पड़े थे। पानी टैंकर खुलवा कर देखा तो उसके भीतर शराब की बोतलें भरी हुई थीं। डबल ब्लू व्हिस्की नामक यह शराब भी सिर्फ हरियाणा में ही बिक सकती थी।

दक्षिणी दिल्ली जिला डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर के मुताबिक, शराब तस्कर कोशिश तो बहुत करते हैं, मगर सफल नहीं हो पा रहे हैं। सोमवार को ही ग्रेटर कैलाश पुलिस ने साढ़े नौ लाख रुपये नकद और भारी मात्रा में शराब के साथ दो विदेशी पकड़े हैं। दोनों नाइजीरियाई मूल के हैं। दोनों तस्कर इन दिनों खानपुर और जवाहर पार्क इलाके में छिपकर रह रहे थे।

इसी तरह दक्षिणी दिल्ली जिले के अंबेडकर थाना क्षेत्र में एक टैंपू और कार में लदी 17 पेटी से ज्यादा शराब जब्त की गई। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने यह शराब फरीदाबाद से दिल्ली में सप्लाई करने के लिए लाई थी।

गुरुग्राम जिले में भी हरियाणा पुलिस ने बहुतायत में शराब और तस्कर पकड़े हैं। यहां दिल्ली की सीमा पर बरती जा रही सख्ती के चलते शराब तस्कर मुख्य मार्गों से शराब लेकर जाने से कन्नी काट रहे हैं। वे नहर किनारे से जा रहे सूने रास्तों का उपयोग कर रहे हैं, ताकि पुलिस की नजर में आसानी से न आ सकें।

शराब तस्कर और तस्करों से दिल्ली से सटा उप्र का गाजियाबाद जिला भी नहीं बचा है। यहां तो बाकायाद दारोगा और सिपाही की ही शराब तस्करी में कई स्थानों पर संलिप्तता पाई गई है। उप्र पुलिस के एक सिपाही को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। यह सिपाही गाजियाबाद से बाहर किसी जिले में तैनात था। जबकि जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधी नैथानी ने एक थाने में तैनात दारोगा सहित चार-पांच पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया था। स्थानीय पुलिस ने 20 से ज्यादा शराब तस्कर पकड़े और कई वाहन भी जब्त किए हैं।

दिल्ली से सटे उप्र के गौतमबुद्ध नगर जिले में ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, अब तक गांव और जंगलों में हमारी टीमें तीन देसी शराब भट्टियों को ध्वस्त कर चुकी हैं। 15 से ज्यादा शराब बनाने वाले और बेचने वाले गिरफ्तार हो चुके हैं। शराब तस्करों को लग रहा है कि लॉकडाउन में सरकारी शराब की दुकानें बंद हैं, लिहाजा वे ज्यादा से ज्यादा देसी शराब की तस्करी करके मुनाफा कमा लें। हम लोग लगातार गांव और हरियाणा बार्डर से लगे अपने इलाके के जंगलों में भी शराब भट्टियों को नेस्तनाबूद करने अभियान चला रहे हैं। कई शराब तस्कर पड़ोसी राज्य की सीमा में जा कर छिप गए हैं।

— आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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