लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में अबकी बार साठ पार उम्मीदवारों की भरमार

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लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में अबकी बार साठ पार उम्मीदवारों की भरमार

हम अक्सर सुनते रहते हैं कि भारत युवाओं का देश है। देश की लगभग 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है। देश की तमाम राजनीतिक पार्टियां भी देश के विकास में युवाओं की भागीदारी पर भाषणबाजी करते नज़र आती हैं। देश के प्रधानमंत्री भी विभिन्न मंचों से सियासत में युवाओं की सक्रियता का राग अलाप चुके हैं।

कहने को तो बीजेपी ने लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से लेकर तमाम वरिष्ठ नेताओं के टिकट काट दिए हैं। लेकिन लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व कहे जाने वाले लोकसभा चुनाव में देश के बुजुर्ग नेता ही सीटों पर कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। कई बार आप सोचते होंगे कि क्या राजनीति में कोई रिटायर्मेंट की उम्र होती है। जवाब आपको ना ही मिलेगा। इसकी ताजा बानगी शनिवार को बिहार में एनडीए उम्मीदवारों की लिस्ट में देखी जा सकती है।


आइए सबसे पहले नज़र डालते हैं ऐसे उम्मीदवारों पर जो उम्र की हाफ सेंचुरी बना चुके हैं और 2019 लोकसभा चुनावों में फिर अपनी दावेदारी पेश करने को तैयार हैं। इस बार के चुनावी जंग में पचास पार कर चुके बिहार के कई नेता अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं। इनमें नित्यानंद राय, राजीव प्रताप रुडी, रामचंद्र पासवान, अजय निषाद, पप्पू यादव, सुशील कुमार सिंह आदि शामिल हैं।

60 पार, लेकिन कुर्सी की चाहत बरकरार

अभी तक आई प्रत्याशियों की सूची देखें तो साठ पार कर चुके कई उम्मीदवारों की कतार काफी लंबी है। पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से अब यह तय है कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और शत्रुघ्न सिन्हा आमने-सामने रहेंगे। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद कि उम्र लगभग 65 वर्ष की है और वहीं उनके सामने महागठबंधन की ओर से चुनाव मैदान में उतरने वाले शत्रुघ्न सिन्हा की आयु 72 वर्ष की है।

पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से इस बार भी 62 वर्षीय रामकृपाल यादव एनडीए के उम्मीदवार होंगे। 64 वर्षीय राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह जदयू की टिकट पर मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के प्रत्याशी होंगे। नालंदा से मैदान में उतरने वाले कौशलेंद्र कुमार भी साठ पार कर चुके हैं। हाजीपुर से लोजपा की टिकट पर मैदान में उतर रहे पशुपति कुमार पारस भी साठ से ऊपर हैं। बक्सर से जीते केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की उम्र भी 66 है।


आरा से भाजपा की टिकट पर केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह पुन: चुनावी मैदान में होंगे। वे 66 वर्ष के हैं। वह पुन: इस बार मैदान में होंगे।केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की उम्र भी 66 की हो चुकी है। वह बेगूसराय से मैदान में होंगे। राधामोहन सिंह 69 वर्ष के हो चुके हैं। उन्हें भी पुन: मैदान में लाया जा रहा। शिवहर से सांसद रमा देवी की उम्र भी 69 की हो चुकी है।

सत्तर पार सांसद उम्मीदवार

सत्तर साल की उम्र पार कर चुके प्रत्याशी भी बिहार के चुनावी मैदान में नजर आएंगे। ‘हम’ की टिकट पर 74 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे। वहीं, सासाराम लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर 73 वर्षीय मीरा कुमार भी मैदान में आ सकती हैं।

ऐसा नहीं की युवा प्रत्याशी नदारद हैं, लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है या उन्हें परिवारवाद से टिकट मिला होता है। ऐसे में ‘युवा देश’ के रोमांचक दावे कम-से-कम राजनीतिक हकीकत के धरातल पर उतरते नज़र नहीं आते।

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