‘मामा’ शिवराज और मोदी किसान विरोधी : गुलाम नबी

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भोपाल, 4 नवंबर (आईएएनएस)| राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ‘किसान विरोधी’ करार देते हुए यहां रविवार को कहा कि किसानों के मुंह से सिर्फ यही निकल रहा है कि ‘मामा और मोदी किसान विरोधी हैं।’

आजाद ने भोपाल स्थित कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि आज देश और मध्यप्रदेश के कोने-कोने से किसानों का एक ही स्वर सुनाई देता है- किसान विरोधी मामा और मोदी। किसानों के सब्र की इंतेहा हो गई। न फसलों के दाम मिल रहे हैं न जमीनों के अधिग्रहण का उचित मुआवजा।


उन्होंने कहा कि खेती पर कर्ज की मार, आसमान छूती खाद की कीमतें, किसानों की बिजली, खेतों का पानी, डीजल की कीमतें, सब में बेतहाशा उछाल यानी खेती का लागत मूल्य आसमान छू रहा है और फसलों के दाम जमीन पर आ गए हैं।

आजाद ने आरोप लगाया कि शिवराज सिह चौहान ने सत्ता में आते ही स्वयं को प्रदेश के बेटे-बेटियों का ‘मामा’ बताकर खुद की प्रसिद्धि के लिए करोड़ों रुपये के विज्ञापन देकर अपनी छवि मामा की बनाई। जैसे-जैसे मामा के रूप में शिवराज प्रसिद्ध होते गए, वैसे-वैसे मध्यप्रदेश के बेटियों और बच्चों के बुरे दिन शुरू हो गए। बहन-बेटियों को अपराध की आग में झोंक दिया और बच्चों को कुपोषण और अशिक्षा की आग में।

आजाद ने आगे कहा कि शिवराजसिह चौहान ने खुद को किसान-पुत्र प्रचारित करने मध्यप्रदेश के कर दाताओं के सैकड़ों करोड़ रुपये अपनी प्रसिद्धि में झोंक दिए, मगर किसान भाई जब अपनी फसलों के दाम मांगने तथाकथित किसान-पुत्र के पास आए तो शिवराज ने रायसेन से लेकर मंदसौर तक अन्नदाता के सीने में गोलियां उतार दीं।


गुलाम नबी ने कहा, “मोदी ने सत्ता में आने के पहले देश के किसान भाइयों को प्रलोभित करने के लिए झूठा जुमला दिया कि हम किसानों को लागत का 50 प्रतिशत से ऊपर समर्थन मूल्य देंगे। मगर सत्ता में आते ही इस मांग को नकारकर सुप्रीम कोर्ट में शपथपत्र दे दिया कि ऐसा समर्थन मूल्य नहीं दिया जा सकता।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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