नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। चरणबद्ध तरीके से हो रहे अनलॉक के दौरान धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही आर्थिक गतिविधियों के बीच इस्पात की बढ़ती मांग से इसकी कीमतों में 2,000 रुपये प्रति टन का उछाल आया है।
इस्पात की मांग में सुधार और विदेशी बाजारों में मजबूती आने से घरेलू बाजार में अक्टूबर में लगातार चौथे महीने इसकी कीमतों में तेजी बनी हुई है।
अक्टूबर डिलीवरी बेंचमार्क हॉट रोल्ड क्वोइल्स (एचआरसी) का भाव 1,000-2,000 रुपये प्रति टन की उछाल के साथ 43,000-43,500 रुपये प्रति टन हो गया है जबकि कोल्ड रोल्ड क्वोइल्स (सीआरसी) का भाव 52,000 रुपये प्रति टन चल रहा है।
चालू महीने इस्पात के दाम में उम्मीद से विपरीत तेजी आई है, क्योंकि चीन में फ्लैट स्टील का भाव बीते महीने सितंबर में चार फीसदी टूटा।
रियल स्टेट में इस्तेमाल होने वाले लॉन्ग स्टील प्रोडक्ट यानी इस्पात की लंबी छड़ों के दाम में भी तेजी आई है, लेकिन एचआसी के मुकाबले कम जोकि फ्लैट प्रोडक्ट के मुकाबले अभी भी 1,500 रुपये प्रति टन नीचे के भाव चल रहा है।
जुलाई से लेकर अब तक एचआरसी स्टील के दाम में करीब 7,000-7,500 रुपये प्रति टन का इजाफा हुआ है।
बाजार के जानकारों की मानें तो ऑटोमोटिव, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स व अन्य उत्पादों की मांग में तेजी से आई रिकवरी के कारण इस्पात के दाम में यह तेजी देखी जा रही है।
मोतीलाल ओसवाल इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का कहना है कि फ्लैट प्रोडक्ट्स (ऑटो और व्हाइट गुड्स में रिकवरी) की घरेलू मांग जोर पकड़ने और सप्लाई कम होने के चलते यह तेजी आई है।
–आईएएनएस
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