मध्य प्रदेश के नेपानगर वन परिक्षेत्र के ग्राम बदनापुर के जंगलों में बीते दिनों आदिवासियों और वन विभाग के अधिकारियों के बीच झड़प हुई थी। अब इस मामले को लेकर प्रदेश की सियासत तेज हो गयी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के ट्वीट करने के बाद वन मंत्री उमंग सिंगार ने देर रात घटना स्थल का दौरा किया और आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
वन विभाग के दस्ते पर हुआ था हमला
बता दें, नेपानगर वन परिक्षेत्र के जंगल में 9 जुलाई को अतिक्रमण हटाने गए वन विभाग की टीम पर आदिवासियों ने हमला बोल दिया था। जिसके बाद विभाग के अधिकारियों द्वारा हवाई फायरिंग की गयी, जिसमें कई आदिवासी घायल हो गए। आदिवासियों के घायल होने का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है। आदिवासी संगठनों के एकजुट होने और विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है।
वन मंत्री ने दिलाया निष्पक्ष जांच का भरोसा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अपनी ही पार्टी के खिलाफ दिए बयान के बाद सीएम कमलनाथ ने वन मंत्री उमंग सिंगार को जांच का जिम्मा सौंपते हुए तत्काल घटना स्थल पर पहुँचने का आदेश दिया। उमंग सिंगार ने आदिवासी संगठनों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि वन विभाग के कर्मियों ने गोली जानबूझकर चलाई या आत्मरक्षा में चलाई। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
बीजेपी नेता भी पहुंचे बदनापुर
कांग्रेस नेताओं के पहुंचने के बाद अब बीजेपी के नेता भी ग्राम बदनापुर के जंगलों की खाक छानने पहुंचे। पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने तड़के घटना स्थल पर पहुंचकर आदिवासियों से मुलाकात की और हालात का जायजा लिया। उन्होने जांच का आश्वासन देकर दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की बात कही।