महात्‍मा गांधी: पहले ऐसे अश्‍वेत व्‍यक्ति जिनकी तस्‍वीर ब्रिटेन के सिक्‍कों पर आएगी नजर

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महात्‍मा गांधी: पहले ऐसे अश्‍वेत व्‍यक्ति जिनकी तस्‍वीर ब्रिटेन के सिक्‍कों पर आएगी नजर

अंग्रजों के शोषण और उपनिवेशवाद के खिलाफ आंदोलन करने वाले भारत के राष्‍ट्रप‍िता महात्‍मा गांधी की तस्‍वीर अब ब्रिटिश मुद्रा पाउंड पर नजर आएगी। महात्‍मा गांधी पहले ऐसे अश्‍वेत व्‍यक्ति होंगे जिनकी तस्‍वीर पाउंड पर छपने जा रही है। ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सिक्‍कों के डिजाइन और उनके व‍िषयवस्‍तु पर सलाह देने वाली द रॉयल मिंट एडवाइजरी कमिटी ने बापू के तस्‍वीर वाले सिक्‍के के डिजाइन पर काम करना शुरू कर दिया है।

इस ऐतिहासिक घटना के मुख्‍य सूत्रधार ब्रिटेन के वित्‍तमंत्री ऋषि सुनक हैं। भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने अश्‍वेत और अल्‍पसंख्‍यक नस्‍लों के लोगों के आधुनिक ब्रिटेन के निर्माण में मदद देने वाले लोगों के काम को मान्‍यता देने के अभियान का समर्थन किया है। ब्रिटेन के वित्‍त मंत्रालय ने कहा है कि वित्‍तमंत्री ऋषि सुनक ने रॉयल म‍िंट एडवाइजरी कमिटी को पत्र लिखकर अश्‍वेत, एशियाई और अन्‍य नस्‍ली अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के योगदान को ब्रिटिश सिक्‍कों में मान्‍यता देने के लिए कहा है। उन्‍होंने कहा कि कमिटी वर्तमान समय में महात्‍मा गांधी का अभिनंदन करने के लिए एक सिक्‍का जारी करने जा रही है।’ विशेषज्ञों की यह स्‍वतंत्र कमिटी ब्रिटेन के वित्‍तमंत्री को सिक्‍कों के विषयवस्‍तु और डिजाइन की सिफारिश करती है।


‘वी टू बिल्‍ट ब्रिटेन’ अभियान का नेतृत्‍व करने वाली जेहरा जैदी को लिखे पत्र में ऋषि सुनक ने कहा, ‘अश्‍वेत, एशियाई और अन्‍य नस्‍ली अल्‍पसंख्‍यक समुदाय ने ब्रिटेन की साझा संस्‍कृति के विकास में शानदार योगदान किया है।’ महात्‍मा गांधी पहले ऐसे अश्‍वेत व्‍यक्ति होंगे जिनकी तस्‍वीर ब्रिटेन की मुद्रा पर नजर आएगी।’

बता दें कि भारत में नोटों और सिक्‍कों पर काफी पहले से ही राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की तस्‍वीर अंकित है। वर्ष 1869 में गुजरात के पोरबंदर में जन्‍मे महात्मा गांधी ने आजीवन अहिंसा और सत्याग्रह का समर्थन किया। बापू ने दक्षिण अफ्रीका में भी अंग्रेजों के दमन के खिलाफ आंदोलन चलाया था। फिर वह भारत आ गए और देश की आजादी के लिए लंबा संघर्ष किया और 15 अगस्त, 1947 को हमें स्वतंत्रता मिली। उनके जन्‍मदिन 2 अक्‍टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। बापू की 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्‍या कर दी थी।


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