मैं सीमाओं में रहकर काम नहीं करता : वीर दास

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नई दिल्ली, 9 जनवरी (आईएएनएस)। स्टैंड-अप कॉमेडी स्टार वीर दास का कहना है कि बात जब कॉमेडी की आती है, तो वह किसी सीमा में रहकर काम करना पसंद नहीं करते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि हंसना-हसाना एक व्यक्तिपरक मुद्दा है।

वीर इस वक्त भारत के सबसे चर्चित स्टैंड-अप कॉमेडियंस में से एक हैं। राजनीति से लेकर जातिवाद व इंसान की आदतों जैसे विषयों पर अपनी कॉमेडी के माध्यम से चुटकी लेने के दौरान वह काफी स्पष्ट तौर पर अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं।


क्या उन्हें इस बात का कभी भी अहसास नहीं हुआ कि उन्हें एक सीमा में रहकर ही बात करनी चाहिए? इसके जवाब में वीर ने आईएएनएस को बताया, मैं सीमा में रहकर काम करना ही नहीं चाहता। मुझे लगता है कि सबकी अपनी अलग-अलग सीमाए हैं और हर एक दर्शक के लिए यह भिन्न है। मेरा काम चुटकलों को बताना है और अब आप तय करेंगे कि व्यक्तिगत तौर पर आपकी अपनी सीमा कहां है।

उन्होंने आगे कहा, हंसना-हसाना एक व्यक्तिपरक विषय है। सबके लिए यह अलग-अलग है, इसलिए मेरा काम एक समान सीमा में खुद को रोके रखे बगैर अपना काम करते जाना है।

–आईएएनएस


एएसएन/एसजीके

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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