आतंकवाद के खिलाफ जारी कूटनीतिक लड़ाई में 1 मई का दिन भारत के लिए महत्वपूर्ण रहा। संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकी मास्टर माइंड मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने को भारत की बड़ी जीत बताया जा रहा है। जैश-ए-मोहम्मद के इस सरगना को साल 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले से लेकर हालिया पुलवामा अटैक तक का आरोपी माना जाता है। लेकिन पाकिस्तान लगातार यह कहता रहा है कि भारत के पास मसूद अजहर को आरोपी माने जाने लायक कोई सबूत नहीं है।
अब जबकि मसूद अजहर वैश्विक आतंकी घोषित हो चुका है, ऐसे में यह जानना जरूरी होता है कि वैश्विक आतंकी के मायने क्या होते हैं और बदले हुए हालात में पाकिस्तान का अलगा कदम क्या होगा।
ग्लोबल आतंकी के मायने
संपत्ति जब्त- वैश्विक आतंकी घोषित होते ही संयुक्त राष्ट्र के नियमों के मुताबिक दुनिया के सभी देश बिना देरी किए, उस व्यक्ति के साथ ही उससे संबंधित समूहों और संस्थाओं की भी धन, वित्तीय संपत्ति और आर्थिक संसाधन जब्त कर लेते हैं। साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उस व्यक्ति को किसी तरह की वित्तीय मदद कहीं से न मिल रही हो।
यात्रा प्रतिबंध- वैश्विक आतंकी घोषित हो जाने के बाद उस व्यक्ति का दुनिया के किसी भी दूसरे देश में आने-जाने पर प्रतिबंध लग जाता है। साथ ही वो जिस देश में होगा वहां उसे किसी तरह की यात्रा नहीं करने दी जाएगी।
हथियारों का प्रतिबंध- UN की प्रतिबंध सूची में शामिल होने के साथ ही मसूद अजहर किसी देश या संगठन के हथियार खरीदने के लिए भी प्रतिबंधित हो जाएगा। वैश्विक हथियार कंपनियां भी उसके साथ अपने पुर्जों, मैटेरियल और तकनीकी की जानकारियां साझा नहीं करती हैं।
किसी देश के झंडा लगे वायुयान का उपयोगा नहीं कर सकता– ग्लोबल टेररिस्ट घोषित होने के बाद कोई भी शख्स किसी भी देश का झंडा लगा वायुयान या जलपोत भी उपयोग नहीं कर पाएगा।
कितना संभव है इसका पालन होना
आदर्श हालातों के मुताबिक तो ऐसा होना जरूरी है लेकिन कई बार ऐसा नहीं होता है। जैसे दाउद इब्राहिम और हाफिज सईद दोनों ही वैश्विक आतंकी घोषित हैं। फिर भी हाफिज सईद और दाउद इब्राहिम दोनों पाकिस्तान में हैं। दाउद की तो कई बार विदेश जाने की भी खबरें आती रहती हैं।
10 साल में चीन ने 4 बार लगाई वीटो
अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की प्रक्रिया को बाधित करने के लिए पिछले 10 साल में 4 बार वीटो लगाई है।
2009, 2016, 2017 और 13 मार्च 2019
पाकिस्तान अब क्या करेगा
मसूद अजहर ग्लोबल टेररिस्ट घोषित हो गया है। अब वह नियमानुसार पाकिस्तान में भी स्वतंत्र रूप से यात्रा नहीं कर पाएगा। क्योंकि सरकार का लक्ष्य उसे पकड़ना होगा। एक ग्लोबल टेररिस्ट अगर फिर भी पाकिस्तान में स्वतंत्र घूमता रहा तो पाकिस्तान की वैश्विक साख को इससे नुकसान पहुंचेगा। ऐसे में पाकिस्तान को उसे गिरफ्तार करना होगा।