मुंबई, 20 मार्च (आईएएनएस)| राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार महेश भट्ट ने केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सेंसरशिप का सिस्टम सच्चाई को दिखाने की राह में बाधा बनने का काम करता है।
भट्ट यहां ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ नामक फिल्म के समर्थन में बोल रहे थे जिसे सीबीएफसी ने अभी तक प्रमाणपत्र नहीं दिया है।
फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान भट्ट ने कहा, “यह दुखद है कि ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ जैसी फिल्म बनाने के बाद भी फिल्मकार को प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए विनती करनी पड़ती है। आज के समय में भी सेंसरशिप नाम की चीज है? मेरे पास सच को देखने का साहस है।”
अश्विन कुमार द्वारा निर्देशित ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ को प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन फिल्म को रिलीज करने की तरीख की घोषणा हो चुकी है। यह फिल्म पांच अप्रैल को रिलीज होनी है।
इस फिल्म में सोनी राजदान, अंशुमान झा और कुलभूषण खरबंदा भी नजर आएंगे।