गाड़ी वाले को 40 हजार देकर पंजाब से आए, फिर 40 किमी पैदल चलकर हरियाणा बॉर्डर अटके राजस्थानी प्रवासी

  • Follow Newsd Hindi On  
कोरोना लॉकडाउन: 62.5 प्रतिशत लोग आर्थिक तंगी के शिकार, नहीं है सामान खरीदने को पैसे

कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना प्रवासी मजदूरों को करना पड़ रहा है। पेट पालने के लिए इन लोगों को एक राज्य या शहर से दूसरे शहर काम की तलाश में जाना पड़ रहा है। जो इन दिनों बहुत कष्टदायी हो गया है। प्रवासी मजूदर अपने घर से जहां के तहां फंस गए हैं। इन लोगों के लिए सरकार ने कोई विशेष इंतजाम नहीं किए हैं। जिसके चलते ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आने के चलते 16 लोगों की मौत हो गई थी। अब इस तरह के कई उदाहरण सामने आ चुके हैं।

इसी कड़ी में एक मामला सामने आया है। दरअसल, राजस्थान से पंजाब में काम करने गए करीब 11 लोग शनिवार को राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर अटक गए। इन लोगों को पंजाब से एक गाड़ी पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर छोड़ गई। इसके बाद ये लोग 8 घंटे पैदल चलकर राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर स्थित चौटाला बाइपास पर पहुंचे। इनमें वृद्ध, बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। रास्ते की थकान और राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने पर इनके आंसू निकल आए।


खबरों के मुताबिक, बॉर्डर पर आए लोगों ने बताया कि वे पंजाब के लुधियाना से आए हैं। उनसे एक गाड़ी वाले ने हरियाणा बॉर्डर तक लाने के 40 हजार रुपए लिए। हरियाणा बॉर्डर से यह लोग रात में 3.30 बजे पैदल निकले थे और 40 किमी चलकर सुबह 11.30 बजे यहां पहुंचे।

ये लोग पंजाब में काम के लिए गए थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान वहां फंस गए। शनिवार को चौटाला बाईपास हरियाणा राज्य सीमा चेक पोस्ट का दौरा किया।उन्होंने आदेश दिया कि बिना सरकार की परमिशन और जिला कलेक्टर के निर्देश के किसी को भी राजस्थान में प्रवेश नहीं करने दिया जाए।


(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)