मथुरा (उप्र), 4 नवंबर (आईएएनएस)। मथुरा के रहने वाले उत्तर प्रदेश के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा है कि मंदिर के अंदर नमाज पढ़ने जैसा काम राज्य में तनाव पैदा करने के लिए किया गया था।
उन्होंने कहा, मंदिर के अधिकारी फैसल खान को नहीं जानते हैं। इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई। मुझे इस पूरे मामले में दुष्प्रचार की बू आ रही है। एक मुस्लिम व्यक्ति ने उन्हें यहां तक कहा कि यह नमाज करने की जगह नहीं है, लेकिन वे दिखाना चाहते थे कि वे इतने ताकतवर हैं कि वे नंद बाबा के मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं और नमाज पढ़ सकते हैं। यह सब सौहार्दपूर्ण माहौल को खत्म करने के लिए किया जा रहा है।
29 अक्टूबर को मंदिर में नमाज पढ़ने वाले फैसल खान को 2 नवंबर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। कथित तौर पर उसने इस साल की शुरुआत में दिल्ली के शाहीनबाग और अन्य स्थानों पर हुए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था। वह दिल्ली स्थित संगठन खुदाई खिदमतगार का संस्थापक है।
मंत्री ने दावा किया, ऐसे लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को परेशान करना चाहते थे, जो सनातन धर्म के प्रबल अनुयायी हैं। लेकिन उप्र की कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री की पकड़ इतनी मजबूत है कि ऐसे षड्यंत्र कभी सफल नहीं होंगे।
–आईएएनएस
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