सरकार ने ई-सिगरेट पर लगाई पाबंदी, नियम तोड़ने पर जुर्माने के साथ हो सकती है जेल

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सरकार ने ई-सिगरेट पर लगाई पाबंदी, नियम तोड़ने पर जुर्माने के साथ हो सकती है जेल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में ई-सिगरेट (E-Cigarette) पर बैन का फैसला किया गया है। यूनियन कैबिनेट ने फैसले पर अमल के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने भारत में ई-सिगरेट के उत्पादन, बेचने, इंपोर्ट, एक्सपोर्ट, ट्रांसपोर्ट, बिक्री, डिस्ट्रीब्यूशन, स्टोरेज और विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इसके अलावा नियमों के उल्लंघन पर सजा का प्रावधान भी किया गया है। इस अध्यादेश में स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहली बार नियमों के उल्लंघन पर एक साल तक की जेल और 1 लाख रुपये का जुर्माना का प्रस्ताव दिया है। वहीं एक से अधिक बार नियम तोड़ने पर मिनिस्ट्री ने 5 लाख रुपये जुर्माना और 3 साल तक जेल की सिफारिश भी की है।


व्यापारी संगठन ने किया विरोध

गौरतलब है कि दिल्ली स्थित व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने सरकार के इस कदम का यह कहते हुए विरोध किया है कि इससे तस्करी को बढ़ावा मिलेगा। संगठन ने गुजारिश की है कि ई सिगरेट फिलहाल युवाओं द्वारा पसंद की जा रही है, इसलिए इसपर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की बजाए, सरकार को कड़े नियम बनाने चाहिए, जैसे कि इसकी बिक्री 18 साल से कम उम्र वालों को ना की जाए।

सीएआईटी के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “पूरी तरह से प्रतिबंध से तस्करी को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान होगा। इसलिए हमारा मानना है कि ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की बजाय इसकी बिक्री के लिए नियम और कानून बनाने चाहिए।”

क्या होती है ई-सिगरेट?

ई-सिगरेट एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक इनहेलर होता है, जिसमें निकोटिन और अन्य रसायनयुक्त लिक्विड भरा जाता है। ये इनहेलर बैट्री से इस लिक्विड को भाप में बदल देता है, जिससे पीने वाले को सिगरेट पीने जैसा एहसास होता है।  ई-सिगरेट 150 से ज्यादा फ्लेवर्स में मिलती है और इसे धूम्रपान की लत से बाहर निकालने में मददगार के रूप में प्रचारित किया जाता रहा है। लेकिन ई-सिगरेट में जिस लिक्विड का इस्तेमाल किया जाता है, वह कई बार निकोटिन होता है और कई बार उससे भी ज्यादा खतरनाक रसायन होते हैं। इसके अलावा कुछ ब्रांड्स ई-सिगरेट में फॉर्मलडिहाइड का इस्तेमाल करते हैं, जो बेहद खतरनाक और कैंसरकारी तत्व हैं।


क्या है ई-सिगरेट के नुकसान?

ई सिगरेट का सेवन करने से व्यक्ति को डिप्रेशन होने की संभावना दोगुनी हो जाती है। एक शोध के मुताबिक जो लोग ई सिगरेट का सेवन करते हैं, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा 56 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं लंबे समय तक इसका सेवन करने से ब्लड क्लॉट की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।


व्यापारी संगठन सीएआईटी ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध का विरोध किया

भारत का ई-सिगरेट को प्रतिबंधित करने का कदम दोषपूर्ण : कैंसर विशेषज्ञ

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