मोदी का शासनकाल भारतीय लोकतंत्र के लिए कठिन समय : गेगांग अपांग

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कोलकाता, 19 जनवरी (आईएएनएस)| चार वर्ष के साथ के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन छोड़ चुके अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी का शासनकाल भारत के लोकतंत्र के लिए कठिन समय रहा है। उन्होंने मोदी सरकार पर देश को बांटने का भी आरोप लगाया।

पूर्वोत्तर भारत के नेता ने कहा, “दिल्ली के लोग देश को खासकर के पूर्वोत्तर को बांट रहे हैं। नागरिकता संशोधन बिल एक उदाहरण है कि कैसे राजनीतिक पार्टियां देश को बांट रही है।”


अरुणाचल प्रदेश के सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले और इंदिरा गांधी से लेकर मनमोहन सिंह तक कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने वाले अपांग ने कहा कि केंद्र की पूर्ववर्ती सरकारें संघीय लोकतंत्र में विश्वास रखती थी लेकिन मौजूदा सरकार देश को बांटने में व्यस्त है।

उन्होंने कहा, “मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पी.वी. नरसिम्हा राव, अटल बिहारी वाजपेयी और एच.डी. देवगौड़ा जी के साथ काम करने का मौका मिला।”

अपांग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘यूनाइटेड इंडिया रैली’ में कहा, “ये सभी लोग संघीय लोकतंत्र में विश्वास करते थे। लेकिन बीते चार वर्ष भारतीय लोकतंत्र के लिए कठिन समय रहा।”


उन्होंने कहा, “अरुणाचल प्रदेश में लोकतंत्र बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है। मेरे राज्य के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने आत्महत्या की और अन्य मंत्री की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हुई।”

अपांग ने कहा, “लेकिन अरुणाचल में सत्ता पर काबिज पार्टी सीबीआई जांच नहीं कराना चाहती। सीबीआई उनके हाथों की कठपुतली बन गया है।”

उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारों को केंद्र की सत्ता में बैठे लोगों द्वारा उत्पीड़ित किया जा रहा है। यह देश की लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ खतरा है।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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