नई दिल्ली, 23 सितम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ह्यूस्टन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में की गई ‘नारेबाजी’ को भारत की विदेश नीति का उल्लंघन बताते हुए कहा कि इससे बचा जा सकता था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “भारत और अमेरिका के बीच हमारी रणनीतिक साझेदारी है, जो द्विपक्षीय है, जिसका हम पूरी तरह समर्थन करते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह भारतीय विदेश नीति की सम्मानजनक परंपरा रही है कि जब हम विदेशी धरती पर उनकी सरकार के साथ जुड़ते हैं तो हम उनकी घरेलू राजनीति पर कोई पक्ष नहीं लेते हैं।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा, “हमने देखा कि भारत पक्ष ले रहा है। प्रधानमंत्री ने इस समय का इस्तेमाल ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ के नारे के लिए किया, जो उन्हें नहीं करना चाहिए था।”
मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन में 50 हजार लोगों को संबोधित करते हुए ट्रंप की प्रशंसा की थी। इस दौरान मोदी ने ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ का नारा दिया था।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने कहा कि अतीत में भारत ने अमेरिका में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक प्रशासन दोनों के साथ काम किया है।
उन्होंने कहा कि 2008 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के नेतृत्व में अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की सरकार थी। शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने परमाणु समझौते के दौरान जॉर्ज बुश से बातचीत की थी, लेकिन जब अमेरिकी चुनाव आए तो भारत ने किसी का पक्ष नहीं लिया।
शर्मा ने कहा, “चुनावों के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला और हमने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति के साथ उस जुड़ाव को आगे बढ़ाया जैसा कि हमने रिपब्लिकन राष्ट्रपति के दौरान किया था।”