मप्र : कर्जमाफी पर शिवराज व राहुल ने एक-दूजे का दावा किया खारिज (लीड-1)

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 भोपाल/सागर (मप्र), 9 मई (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में किसान कर्जमाफी योजना की सूची में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाई और अन्य परिजनों के नाम आने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।

  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक रैली में चौहान के भाई के आवेदन की प्रति लहराई और उन सबके कर्ज माफ होने का दावा किया।


चौहान जहां अपने भाई द्वारा कर्जमाफी का आवेदन न किए जाने का दावा कर रहे हैं, वहीं उनके भाई रोहित सिंह चौहान ने आवेदन को ही फर्जी करार दे दिया।

राहुल गांधी ने बुधवार को ग्वालियर में कर्जमाफी वाली सूची में शिवराज सिंह चौहान के भाई रोहित और चाचा के लड़के का नाम होने का दावा किया था। साथ ही चौहान पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था।

राहुल गांधी के आरोप का जवाब देने चौहान गुरुवार को पत्रकारों के सामने आए और कहा कि उनके भाई रोहित सिंह ने कर्जमाफी का आवेदन ही नहीं किया था, फिर भी कर्ज माफ कर दिया गया, यह साजिश है। मुख्यमंत्री कमलनाथ बताएं कि उनके (चौहान) परिवार पर इतनी मेहरबानी क्यों?


चौहान ने सरकारी कागजात को दिखाते हुए कहा, इनमें साफ लिखा है कि रोहित ने कर्जमाफी के लिए आवेदन नहीं किया है, साथ ही वे आयकरदाता हैं।

चौहान ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वचन पत्र में किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किए जाने की बात कही थी, अब कांग्रेस अपने वादे से मुकर गई है और सिर्फ फसल कर्जमाफी की बात करने लगी है।

चौहान के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया। दोनों नेताओं ने सागर संसदीय क्षेत्र के बीना में जनसभा में चौहान के भाई रोहित सिंह चौहान व चाचा के लड़के के कर्जमाफी आवेदन की प्रति को सार्वजनिक तौर पर लहराया।

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी झूठ बोलने की राजनीति कर रहे हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया है, यह सच है। शिवराज के परिजनों का भी कर्ज माफ हुआ है।

शिवराज के परिजनों का आवेदन दिखाते हुए राहुल ने कहा, “ये उनके परिजनों के आवेदन हैं, जिसमें उनके नाम हैं। कर्ज उनका माफ हुआ और आपके पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि कर्ज माफ नहीं हुआ। अब तो झूठ बोलना बंद कर दीजिए शिवराज सिंह चौहान।”

उन्होंने आगे कहा, “जब कांग्रेस ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, तब कहा जा रहा था कि इसके लिए पैसा कहां से आएगा। चौहान केा उनके परिवार के कर्जमाफी आवेदन की प्रतियां भेजी जाएंगी।”

चौहान और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व कमलनाथ के दावों के बीच रोहित सिंह चौहान सामने आए और कहा, “मेरी ओर से कर्जमाफी का कोई आवेदन नहीं किया गया है, आयकरदाता हूं। जो आवेदन बताए जा रहे हैं, वह फर्जी है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी की अगुवाई में कांग्रेस के नेता पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के आवास पर 21 लाख किसानों की सूची लेकर पहुंचे थे। इस सूची में उन किसानों के नाम दर्ज हैं, जिनका कर्ज माफ हो चुका है। इस सूची में चौहान के भाई व परिजन का नाम होने का सरकार की ओर से दावा किया गया है।

मालूम हो कि राज्य सरकार ने किसान कर्जमाफी के लिए तीन रंग के अलग-अलग आवेदन किसानों से मांगे थे। किसानों ने पंचायतों में अपने आवेदन जमा किए थे।

उसी के आधार पर सरकार ने दावा किया था कि राज्य में 55 लाख किसानों पर कर्ज है। इनमें से 21 लाख किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जा चुका है। लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण कर्जमाफी की प्रक्रिया रुकी है। चुनाव होते ही शेष किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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