भोपाल, 28 जुलाई (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों में बच्चा चोरी की अफवाहों के चलते मॉब लिंचिंग (भीड़ की हिंसा) की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। बढ़ती घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने राज्य की पुलिस को सतर्क कर दिया है। राज्य में बीते एक पखवाड़े मंे भीड़ के हिंसक होने की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी से कई इलाकों में तनाव के हालात बने। इसके चलते पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंटेलीजेंस कैलाश मकवाना ने बच्चा चोरी की सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों को लेकर सभी जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चा चोरी जैसी अफवाहों से लोग परेशान न हों, इसके लिए जन-जागरूकता भी जरूरी है। इसीलिए खासतौर पर सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। साथ ही मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं।
बीते एक पखवाड़े में मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं हो चुकी हैं। नीमच के कुकडेश्वर थाना क्षेत्र के लसूरिया आतरी गांव में भीड़ ने मोर की चोरी के शक में तीन लोगों की इतनी पिटाई की थी कि उनमें से एक हीरा लाल (58) ने अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई। इससे पहले भी नीमच में ही बकरा चोरी के शक में भीड़ ने तीन लोगों की पिटाई की और उनकी मोटरसाइकिल जला दी।
इसी तरह राजधानी के नजदीकी थाने मंडीदीप में दो युवकों को भीड़ द्वारा पीटे जाने का वीडियो वायरल हुआ था।
बच्चा चोरी की अफवाह पर राजधानी में एक युवक को लोगों ने जमकर पीटा था। बीते शुक्रवार की रात इंदौर में किराए का मकान तलाशने गई एक महिला की भीड़ ने पिटाई की थी। इससे पहले बैतूल में भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में कांग्रेस नेताओं की भी पिटाई कर दी थी।