मप्र में होर्डिंग हटाने पर बवाल, कमलनाथ के तेवर तल्ख

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भोपाल, 6 नवंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में बगैर अनुमति सार्वजनिक स्थलों पर लगे होर्डिंग हटाने के फैसले के बावजूद इंदौर में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन पर लगाए गए होर्डिंग हटाने गए नगर निगम कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ गया है। महापौर ने जहां थाने में रिपेार्ट दर्ज कराने की बात कही है, वहीं कमलनाथ अपने पूर्व के फैसले पर कायम हैं। उनका कहना है कि उनकी तस्वीर के भी पोस्टर अगर बगैर अनुमति लगे हैं तो उन्हें हटा दिया जाए। राज्य सरकार ने पिछले दिनों फैसला लिया था कि बगैर अनुमति लगाए गए होर्डिंग-पोस्टर को हटाया जाए। बीते रोज इंदौर के रेसीडेंसी एरिया में स्वास्थ्य मंत्री सिलावट के जन्मदिन को लेकर होर्डिंग, पोस्टर लगाए गए थे। सिलावट का निवास स्थान इसी इलाके में है। होर्डिग, पोस्टर हटाने निगम के कर्मचारी पहुंचे तो सिलावट के समर्थकों ने उनकी पिटाई कर दी।

निगम कर्मियों के साथ हुई मारपीट की घटना पर जहां कर्मचारी नाराज हैं, वहीं इंदौर नगर निगम की महापौर मालिनी गौड़ ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही है। उनका कहना है, “मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में यह प्रस्ताव पारित किया था कि बिना अनुमति लगाए गए होर्डिंग, पोस्टर को हटाया जाएगा और लगाने वालों पर कार्रवाई होगी। अब अवैध होर्डिंग हटाने गए निगम कर्मचारियों से उनकी सरकार के ही मंत्री के समर्थकों ने मारपीट की है। मारपीट करने वाला चाहे जो हो उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखाई जाएगी।”


वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर अवैध होर्डिंग लगाने वालों पर कार्रवाई करने की बात दोहराई है। उन्होंने कहा, “बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानों पर लगे होर्डिग-पोस्टर-बैनर को लेकर मैंने कड़ा निर्णय लेते हुए स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाए, होर्डिग पर यदि मेरे भी फोटो लगे हों तो उन्हें भी हटाने में जरा भी संकोच न बरता जाए।”

उन्होंने आगे कहा, “प्रदेश की सुंदरता पर इन अवैध होर्डिग-पोस्टर-बैनर के कारण दाग लग रहा था। इनसे आए दिन हादसे व दुर्घटनाएं भी घटित हो रही थीं, इन सब को ²ष्टिगत रखते हुए मैंने यह सख्त कदम उठाया है। ऐसा कोई सार्वजनिक स्थल नहीं था, जहां पर ये अवैध होर्डिग नजर न आते हों।”

इन होर्डिंग से होने वाली परेशानी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “यातायात संकेतकों, महापुरुषों की प्रतिमाओं, रोटरीयो, बिजली के खंबों, भवनों हर सार्वजनिक स्थलों पर लगे यह होर्डिग शहरों की सुंदरता पर दाग होकर दुर्घटनाओं को न्यौता देते दिखाई देते हैं। हो सकता है कि यह निर्णय कुछ लोगों को ठीक न लगे, लेकिन मेरे लिए प्रचार-प्रसार से ज्यादा प्रदेश की सुंदरता, नागरिकों की सुरक्षा है। इस निर्णय के पालन में कोई कोताही नहीं बरतने के मैंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं।”


कमलनाथ ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित अन्य से भी कहा है, “मैं अपनी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं से व अन्य राजनीतिक दलों के प्रमुख जनों से, जनप्रतिनिधियों से, सामाजिक संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, मीडिया से भी अपील करता हूं कि इस निर्णय के पालन में अपनी तरफ से हमें सहयोग करे। प्रदेश हित में यह एक क्रांतिकारी फैसला है और हमारे लिए प्रदेश हित व जनहित सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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