मध्य प्रदेश: मिलावटी दूध और उत्पाद बनाने वालों के खिलाफ सरकार सख्त, रासुका के तहत होगी कार्रवाई

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मध्य प्रदेश: मिलावटी दूध और उत्पाद बनाने वालों के खिलाफ सरकार सख्त, रासुका के तहत होगी कार्रवाई

भोपाल। मध्य प्रदेश में सिंथेटिक दूध और उसके उत्पाद के खिलाफ राज्य सरकार ने मुहिम तेज कर दी है। कई स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई जारी है तो इस कारोबार में लगे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस कारोबार से जुड़े लोगों को सबक सिखाने की बात कही है।

राज्य में मिलावटी दुग्ध उत्पादों का कारोबार लंबे अरसे से चल रहा है। ग्वालियर-चंबल का इलाका इसका गढ़ बना हुआ है। राज्य में मिलावटी खाद्य सामग्री की इस इलाके से पूरे प्रदेश ही नहीं पड़ोसी राज्य तक में आपूर्ति की जाती है। पिछले दिनों भिंड-मुरैना की तीन फैक्ट्रियों में हुई छापेमार कार्रवाई में मिलावटी दूध, मावा, पनीर आदि पकड़े जाने के बाद प्रशासन और सरकार हरकत में आई है।


बीते तीन से चार दिनों में खाद्य और औषधीय विभाग की टीमों ने जबलपुर, भोपाल और इंदौर में कई स्थानों पर छापे मारे और मिलावटी सामग्री जब्त की। जबलपुर में तीन व्यापारियों के लाइसेंस भी निरस्त कर दिए गए है। इसके साथ ही मिलावटी सामग्री के नमूनों की जांच प्रयोगशाला में कराई जा रही है। मंगलवार को भी इंदौर में एक डेयरी से 500 किलो ग्राम से ज्यादा मिलावटी पनीर बरामद किया गया है।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मिलावट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात दोहराते हुए ट्वीट कर मंगलवार को कहा, “मैं पहले ही स्पष्ट कर चुका हूँ कि सिन्थेटिक दूध व दूध के उत्पाद में मिलावट के अवैध व्यापार से जुड़े लोगों को बिल्कुल बख्शा नहीं जायेगा, मैं स्वयं इसकी मानिटरिग कर रहा हूं। ऐसे तत्व समाज व मानवता के दुश्मन हैं। लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।”

उन्होंने आगे कहा, “ऐसे तत्वों से किसी की मिलीभगत भी सामने आई तो वे भी नहीं बचेंगे। जनता के स्वास्थ्य की रक्षा हमारी पहली प्राथमिकता व प्रतिबद्घता है।”


राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट भी इस कारोबार से जुड़े लोगों पर राष्टीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने की बात कह चुके है। वहीं संयुक्त दल बनाए गए है जो दूध और उसके उत्पादों की आपूर्ति करने वालों पर नजर रखे हुए है।

ज्ञात हो कि, राज्य में जब भी कोई बड़ा त्योहार करीब आता है तो, यूरिया जैसे घातक पदार्थ मिलाकर सिंथेटिक दूध और उससे बने मावा, पनीर आदि अन्य उत्पादों की बिक्री बढ़ जाती है। इन मौकों पर इस कारोबार में शामिल लोग सक्रिय हो जाते है और मिलावटी सामग्री की आपूर्ति बढ़ा देते है। स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के करीब आने से पहले ही राज्य में मिलावटी उत्पादों की आपूर्ति बढ़ा दी गई है।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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