मप्र मंे पत्नी को पीटने वाले आईपीएस का तबादला, महिला आयोग ने लिया संज्ञान (लीड-1)

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भोपाल 28 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कथित तौर पर पत्नी से पिटाई करने का वीडियो वायरल होने पर पुलिस महानिदेशक स्तर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा को संचालक लोक अभियोजक संचालनालय के पद से हटा दिया गया है। वहीं शर्मा ने पत्नी से हुए झगड़े को पारिवारिक विवाद बताया है, तो महिला आयोग ने इस मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शर्मा का अपनी पत्नी से विवाद हो रहा है और वे कथित तौर पर पिटाई करते हुए भी नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए, शर्मा को लोक अभियोजक संचालनालय के संचालक पद से हटा दिया है। उन्हें गृह मंत्रालय में उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।


राज्य के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि अगर वीडियो सही है, तो मामला गंभीर है और निश्चित रुप से कार्रवाई होनी चाहिए।

वीडियो वायरल होने के बाद शर्मा ने सफाई दी है और इसे पारिवारिक विवाद बताते हुए कहा, “मैंने कोई क्राइम नहीं किया है। ये मेरी और मेरी पत्नी के बीच का पारिवारिक मामला है?। अगर वह मुझसे इतनी नाराज हैं, तो मेरे साथ क्यों रहती हैं। मेरे पैसे का इस्तेमाल क्यों करती हैं? मेरे पैसों पर विदेश यात्राएं क्यों करती हैं?। यह मेरा पारिवारिक मामला है, इसे मैं खुद सुलझा लूंगा, मैं मेरी पत्नी से लगातार संपर्क में हूं, मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं कि यह मामला सुलझा लिया जाए। मैंने कोई मारपीट नहीं की है, सिर्फ धक्का-मुक्की हुई है।”

वहीं एक पुलिस अधिकारी द्वारा पत्नी को पीटने का वीडियो वायरल होने पर मध्यप्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने स्वत संज्ञान लिया है। उनका कहना है कि, “प्रदेश में बढ़ते अपराधों, महिला अत्याचारों और बेखौफ घूम रहे अपराधियों पर लगाम लगाने में प्रदेश सरकार और उसकी पुलिस पूरी तरह से नाकारा सिद्ध हो रही है, ऐसे में डीजीपी स्तर के पुलिस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा का, अपनी पत्नी को पीटते हुए वीडियो वायरल होना और भी आपत्तिजनक व शर्मनाक बात है। इससे पता चल रहा है कि जिस प्रदेश पुलिस पर महिलाओं की सुरक्षा का दायित्व है, वह स्वयं ही महिला अत्याचार में लिप्त हैं।”


प्रदेश महिला आयोग ने इस पूरी घटना को स्वत: संज्ञान में लिया है और प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से अपील की है कि, “केवल दोषी को कार्यमुक्त कर वे अपने कर्तव्यों की इतिश्री न समझें, बल्कि दोषी को तत्काल बर्खास्त करने के साथ ही उस पर अविलंब आपराधिक प्रकरण भी दर्ज करवाएं। ”

महिला आयोग अध्यक्ष ओझा ने कहा कि, “दोषी आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा को उनकी पत्नी ने संदिग्ध रूप से एक महिला के घर रंगे हाथों पकड़ा, इसके बाद शर्मा ने घर पहुंचकर पत्नी से मारपीट की, पुरुषोत्तम शर्मा के आईआरएस बेटे पार्थ गौतम शर्मा द्वारा दोनों घटनाओं के वीडियो प्रमाणों के साथ गृहमंत्री, मुख्य सचिव व डीजीपी को की गई शिकायतों के बाद भी सरकार द्वारा की गई लचर कार्रवाई घोर निंदनीय है।”

–आईएएनएस

एसएनपी/एएनएम

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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