बदलाव की कहानी: मिलिए मध्य प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर सरकारी कर्मचारी से

  • Follow Newsd Hindi On  
मिलिए मध्य प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर सरकारी कर्मचारी से

समाज बदल रहा है और इस बदलाव से निश्चित तौर पर लोगों की जिंदगी भी बदल रही है। मध्य प्रदेश में सामाजिक न्याय विभाग ने ऐसे ही एक बदलाव की कहानी लिखी है। सरकार ने ट्रांसजेंडर संजना सिंह को निजी सचिव नियुक्त किया है। एमपी में ये पहला अवसर है जब सरकारी विभाग में किसी ट्रांसजेंडर ने नौकरी पाई है। वो सामाजिक न्याय विभाग के डायरेक्टर कृष्ण गोपाल तिवारी की निजी सचिव होंगी। तिवारी खुद देश के पहले दृष्टिबाधित आईएएस अधिकारी हैं। संजना इससे पहले विधि प्राधिकरण में पैरा लीगल वॉलेंटियर भी रह चुकीं है।

मेरी सफलता के बाद समाज में बदलाव आएगा : संजना

नौकरी पाने के बाद संजना ने कहा, ‘शायद हमामुख्यधारा में आने के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं करते हैं। मुझे लगता है कि मेरी सफलता के बाद समाज में बदलाव आएगा।’ आरक्षण के सवाल पर जवाब देते हुए संजना ने कहा कि अन्य समुदाय को अगर आरक्षण मिल सकता है तो हमें क्यों नहीं? इसके साथ ही संजना ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत ही अच्छा मंच कि मैं साबित करूं कि अगर मेरे समुदाय को मौका मिले तो वो क्या कर सकता है।


अप्सरा रेड्डी महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव बनने वाली पहली ट्रांसजेंडर

गौरतलब है कि इस साल की शुरुवात में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्रांसजेंडर अप्सरा रेड्डी को महिला कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया था। अप्सरा महिला कांग्रेस के इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली ट्रांसजेंडर हैं। वह पेशे से पत्रकार एंव समाजिक कार्यकता हैं। अप्सरा इससे पहले एआईएडीएमके और भाजपा से जुड़ी थी और उन्होंने कहा था कि वह समाज की महिलाओं से मिलेंगी और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगी। अप्सरा ने तमिलनाडु में बच्चों के साथ हुई रेप की घटनाओं को प्रमुखता से उठाया है।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)