Mullanpur International Cricket Stadium: महाराजा यादविंदर सिंह के नाम से जाना जाएगा मुल्लापुर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम

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Mullanpur International Cricket Stadium to be known as Maharaja Yadvinder Singh

Mullanpur International Cricket Stadium: पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (PCA) ने अपने आगामी स्टेडियम का नाम स्व. महाराजा यादविंदर सिंह स्टेडियम (Late Maharaja Yadvinder Singh Stadium) के नाम पर रखने का फैसला किया है। यादविंदर ने साल 1934 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एकमात्र टेस्ट मैच खेला था।

यादविंदर सिंह, पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के पिता थे। पीसीए के अध्यक्ष राजिंदर गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्टेडियम का नाम स्व. महाराजा यादविंदर सिंह स्टेडियम (Late Maharaja Yadvinder Singh Stadium) के रखने का फैसला किया गया।


पीसीए ने साथ ही मोहाली में अपने मौजूदा इंद्रजीत सिंह बिंद्रा स्टेडियम का भी नवीनीकरण करना शुरू कर दिया है। इस दौरान पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) के पीसीए अध्यक्ष राजिंदर गुप्ता और सचिव पुनीत बाली के अलावा संघ के अन्य पदाधिकारियों भी मौजूद रहे।

पुनीत बाली ने कहा कि इस विचार का प्रस्ताव पीसीए अध्यक्ष ने रखा और इसे स्वीकृति दे दी गई है। पीसीए ने मौजूदा आईएस बिंद्रा स्टेडियम के नवीनीकरण की प्रक्रिया भी शुरू की जिससे कि इसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में परिवर्तित किया जा सके। पुनीत बाली ने कहा कि नवीनीकरण के बाद यहां मैदान, स्‍वीमिंग पूल, जिम जैसे अन्य बुनियादी सुविधा उपलब्ध होगी।

मुल्लापुर में 38.2 एकड़ में बने स्टेडियम की रूपरेखा पूर्व पीसीए अध्यक्ष आईएस बिंद्रा ने ही तैयार की थी। टॉप काउंसिल की बैठक में जिन अन्य एजेंडे को स्वीकृति दी गई उनमें पीसीए ने अनुबंधित क्रिकेटरों की संख्या 30 से बढ़ाकर 40 करने का फैसला किया जिसमें 10 महिला खिलाड़ी भी शामिल होंगी।


बाली ने कहा कि बैठक का एक मुख्य एजेंडा छात्रवृत्ति योजना को स्वीकृति देना था। उन्होंने कहा कि जिला विकास योजना को लागू करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। उन्होंने  ये भी कहा कि महामारी के दौरान काम करने वाले कर्मचारियों और मैदानकर्मियों को 40 हजार रुपये का बोनस दिया जाएगा।

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