बीजेपी और शिवसेना के आपसी रिश्तों में तल्खी किसी से छुपी नहीं है। इसी बीच मंगलवार को एनडीए गठबंधन में शामिल जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है। प्रशांत किशोर ने मंगलवार को मुंबई में मातोश्री जाकर शिवसेना अध्यक्ष से मुलाकात की। इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, शिवनेता सांसद संजय राउत ने मीडिया को बताया कि प्रशांत किशोर और उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात राजनीतिक नहीं थी, यह एक शिष्टाचार भेंट थी।
बता दें कि प्रशांत किशोर खुद को कुशल राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर स्थापित कर चुके हैं। 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को जिताने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। इसके बाद कुछ दिन के लिए प्रशांत किशोर कांग्रेस के लिए भी काम किया और पंजाब में पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई। हालाँकि, यूपी चुनाव में राहुल और अखिलेश की जोड़ी को अपेक्षित सफलता नहीं दिलवा पाए थे। इसके बाद वह नीतीश कुमार के साथ जुड़ गए। बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के लिए पूरी रणनीति तैयार की। वर्तमान में प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड का उपाध्यक्ष बनाया है।
Sanjay Raut, Shiv Sena on JDU leader and strategist Prashant Kishore: He is a leader of one of NDA’s allies and he met Uddhav ji in that regard. See it as a courtesy visit and not a political visit. pic.twitter.com/ofNTIOEchO
— ANI (@ANI) February 5, 2019
मंगलवार को शिवसेना प्रमुख से प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद से यह चर्चा होने लगी कि वह अब शिवसेना के लिए भी काम करेंगे, लेकिन इन चर्चाओं पर शिवसेना नेता संजय राऊत ने यह कहते हुए विराम लगा दिया कि दोनों के बीच मुलाकात महज औपचारिक और गैर-राजनीतिक थी।
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