मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर : कमल नाथ

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 भोपाल, 19 दिसंबर (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विधानसभा में किसानों की समस्याओं और बोनस पर चर्चा के दौरान भाजपा पर जमकर हमला बोला और कहा कि “मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर होता है।

 ” विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुपूरक बजट में किसानों को उपज पर बोनस देने का प्रावधान न किए जाने का जिक्र किया और कहा कि सरकार बोनस न देने की बात पूरी तरह नकार रही है, जबकि बोनस देने का वादा किया था। इस पर भाजपा विधायकों और सत्तापक्ष के विधायकों में बहस हुई। हंगामा बढ़ने पर कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित की गई।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि किसानों को बोनस देने के कारण केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के निर्धारित कोटे से सात लाख टन खाद्यान्न खरीदने से इनकार कर दिया। यह दुखद है कि किसानों को बोनस देने के कारण केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर सूचित किया है कि प्रदेश से खरीदे जाने वाले खाद्यान्न के कोटे में से 7 लाख टन खाद्यान्न केंद्र सरकार नहीं लेगी। अतिवृष्टि से हुए नुकसान के लिए भी केंद्र से पर्याप्त सहायता राज्य सरकार को नहीं मिली।

भाजपा विधायकों के सवाल का जवाब देते हुए कमल नाथ ने कहा, “यहां पर सदन में खड़े होकर कुछ भी कह देना आसान है, मगर एक बात याद रखिएगा कि मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर होता है।”

मुख्यमंत्री के इस बयान पर हंगामा हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने विरोध दर्ज कराया। विपक्षी विधायक डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी अपनी बात रखी।


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