Hathras gang rape case: यूपी के हाथरस में गैंगरेप की शिकार लड़की ने सफदरजंग हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया है। 19 वर्षीय लड़की के साथ 14 सितम्बर को चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में दरिंदगी हुई थी। पीडि़ता पिछले दो हफ्ते से अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती थी। वहां बेहतर इलाज ने मिलने की वजह से पीड़िता को सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
फिलहाल इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अब पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठने लगे है। दरअसल पुलिस ने इस आरोपियों के खिलाफ कदम रहते हुए उचित कार्रवाई नहीं की। एक स्थानीय अखबार में छपी खबर के मुताबिक जब यह मामला उजागर हुआ तो राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के कई सदस्य आरोपियों के समर्थन में उतर आ गए थे।
खबरों के मुताबिक राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के राष्ट्रीय प्रचारक पंकज धवरैया ने अन्य कई लोगों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर आरोपियों के बचाव में एक ज्ञापन भी सौंपा। राष्ट्रीय सवर्ण परिषद ने आरोपियों के समर्थन में आते हुए कहा कि लड़की के परिवार वाले बेगुनाह लोगों के फंसा रहे है।
इस मामले में आरोपियों के सम्बंध कई रसूखदारों लोगों से होने की बात कही जा रही है। इसलिए इस मामले की अनदेखी की गई। जिस वजह से पीड़िता को समय पर इलाज भी नहीं मिल पाया, उल्टा लड़की के परिवार वालों का डराया धमकाया गया, ताकि वो इस मामले में कुछ न बोले।
यूपी पुलिस ने चौतरफा दबाव पड़ता देख आरोपियों की धर-पकड़ शुरू कर दी है। शनिवार को ही कोतवाली इंचार्ज को लाइन हाजिर भी किया गया। घटना के बाद 19 सितम्बर को पीडि़ता का बयान लेने कार्यवाहक सीओ सादाबाद महिला आरक्षियों संग अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज गए तो युवती की हालत बहुत ठीक नहीं थी।
पीड़िता इशारों इशारों में खुद पर हमले और बदतमीजी किए जाने की बातें ही बता सकी। जिस पर हमले के साथ-साथ 20 सितंबर को छेडख़ानी की धारा बढ़ाई गई। सीओ सादाबाद मामले में 21 सितंबर को बयान दर्ज करने पहुंचे तो उस समय भी परिवार ने बता दिया कि अभी बेटी की हालत ठीक नहीं है।
सीओ 22 सितंबर को फिर महिला आरक्षी संग पहुंच कर पीड़िता का बयान दर्ज किया, जिसमें उसने इशारों-इशारों में अपने साथ हुई दरिंदगी की पूरी कहानी बताई। इसके बाद मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं की बढ़ोतरी कर चारों आरोपियों को जेल भेजा गया।