National Technology Day 2020: जानें 11 मई को क्यों मनाया जाता है ‘नेशनल टेक्नोलॉजी डे’, देश कैसे बना था ताकतवर

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National Technology Day 2020: जानें 11 मई को क्यों मनाया जाता है 'नेशनल टेक्नोलॉजी डे', देश कैसे बना था ताकतवर

National Technology Day 2020: भारत में हर वर्ष 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य, देश की तकनीकी प्रगति को रेखांकित करते हुए उसे सेलिब्रेट करना है। नेशनल टेक्नोलॉजी डे मनाने की शुरुआत वर्ष 1999 में हुई थी। यह दिन देश की तकनीकी क्रांति और उसको पावरफुल बनाने में बहुत मायने रखता है।

11 मई को क्यों मनाया जाता है नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day)

भारत में हर वर्ष 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) मनाने की शुरुआत वर्ष 1999 से हुई। तत्काल प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने इसे मनाने का फैसला किया थी। भारत में 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे के तौर पर इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि 1998 में इसी दिन राजस्थान के पोखरण परीक्षण श्रृंखला में भारत ने दूसरी बार सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण किया।


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भारत के इस सफल परिक्षण का श्रेय भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम को जाता है। अब्दुल कलाम के मार्गदर्शन में ही भारत ने सफल परमाणु परीक्षण किया और पूरे विश्व में छठे न्यूक्लीयर पावर देश (6th Nuclear Power Country) के रूप में उभरा। आइए उनके बारे में और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के बारे में खास बातें जानते हैं…

हंस-3 ने भरी थी उड़ान

परमाणु परीक्षण के अलावा 11 मई भारतीय इतिहास में कई और वजहों से भी महत्वपूर्ण है। वर्ष 1998 में ही इसी दिन पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट का परीक्षण बेंगलुरु में किया गया। इसका नाम “हंस 3” रखा गया। यह ऐसा पहला टू-सीटर एयरक्राफ्ट था, जिसे एविएशन फ्लाइट ट्रेनिंग और निजी उड़ान के लिए भी उपयोग में लाया जाता था।


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त्रिशूल मिसाइल

इसके अलावा 11 मई 1998 को इसी दिन देश को मिसाइल के क्षेत्र में भी कामयाबी मिली थी। त्रिशूल नाम की मिसाइल का निर्माण भारत में हुआ था । फिर उस मिसाइल को भारतीय वायुसेना और भारतीय थलसेना में शामिल किया गया था। त्रिशूल जमीन से हवा में मार करने वाले मिसाइल है जो तेज प्रतिक्रिया देती है। यह छोटी दूरी की मिसाइल है। त्रिशूल को भारत के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत तैयार किया गया था। इसी परियोजना के तहत पृथ्वी, आकाश और अग्नि मिसाइलों को बनाया गया।

वैज्ञानिकों, इंजीनियरों को किया जाता है सम्मानित

इस परीक्षण में वैज्ञानिकों, इंजीनियरों की जबरदस्त उपलब्धियों को देखते हुए, वर्ष 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे घोषित कर दिया इसके बाद हर साल प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (Technology Development Board) ) इस दिन विभिन्न टेक्नोलॉजी इनोवेशन को सेलिब्रेट करता है, जिसने देश पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। यह दिन हमारे जीवन और देश में टेक्नोलॉजी के महत्त्व को बताता है।

हर वर्ष 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) पर भारत के टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा विभिन्नं व्यक्तियों, नए आविष्कारकों को देश के विकास में उनके स्वदेशी तकनीकी योगदान के चलते पुरस्कृत किया जाता है।


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