पणजी, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस ने गोवा जिला पंचायत चुनाव में करारी हार के बाद मंगलवार को इसके पीछे के कारणों को जानने का प्रयास किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एआईसीसी नेता दिनेश गुंडु राव को बताया कि सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से किए गए सरकारी नौकरियों के वादे और आम आदमी पार्टी की वजह से वोट बंटने के कारण कांग्रेस को जिला पंचायत चुनावों में हार का सामना करना पड़ा।
जिला पंचायत चुनाव में पार्टी को हुए नुकसान के कारणों का आकलन करने के लिए राव गोवा के दौरे पर हैं। राव से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के तीन बार के विधायक एलेक्सो रेजिनाल्डो ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को नुकसान के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, लेकिन सरकारी नौकरियों के वादों को भी सूचीबद्ध किया जाना चाहिए, जो कि चुनाव में कांग्रेस की हार के कारणों में से एक है।
रेजिनाल्डो ने दावा किया कि प्रमोद सावंत सरकार के पक्ष में नतीजे आने का एक कारण यह भी है कि नौकरियों का वादा किया गया था। इसके अलावा सरकार ने महीनों पहले इन भुगतानों पर रोक लगाने के बाद चुनाव से ठीक सरकारी खैरात और भत्ते जारी किए।
राव पार्टी के गोवा मामलों के प्रभारी, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के सचिव हैं।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जिला पंचायत चुनावों से ठीक एक महीने पहले नवंबर में 10,000 सरकारी नौकरियों के एक बोनस की घोषणा की थी, जिसके लिए भर्तियां जनवरी 2021 में शुरू होंगी।
12 दिसंबर के जिला पंचायत चुनावों में कांग्रेस ने जिन 38 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से उसे केवल चार सीटों पर जीत हासिल हो सकी। गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) ने दक्षिण गोवा में मामूली लाभ अर्जित किया।
हालांकि आप 2017 के विधानसभा चुनावों में एक भी सीट जीतने में विफल रही, लेकिन उसके उम्मीदवारों ने अल्पसंख्यक वोटों को विभाजित करके कई सीटों पर कांग्रेस की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया।
उत्तर गोवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय भीके के अनुसार, आप फैक्टर ने कांग्रेस के प्रदर्शन को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि आप के मैदान में उतरने से कांग्रेस पर असर पड़ा। विजय ने आप को वोट कटवा पार्टी करार देते हुए कहा कि वे वोट काटने के लिए ही गोवा की राजनीति में हैं और इस तरह से वह भाजपा की मदद कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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