नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| नई दिल्ली स्थित नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय (एनएमएमएल) को भारतीय सीमाओं के इतिहास को संकलित करने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में एक परियोजना को पूरा करने का काम दिया गया है।
कई सरकारी एजेंसियों के साथ बुधवार को हुई बैठक में, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने औपचारिक रूप से परियोजना को स्वीकृति दी, जिसकी लागत 1.5 करोड़ रुपये के आस-पास है।
परियोजना का उद्देश्य सामान्य रूप से लोगों और विशेष रूप से अधिकारियों के समक्ष सीमाओं की बेहतर समझ को विकसित करना है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय एनएमएलएल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, परियोजना को मौजूदा समय में किताब के फार्मेट में लाने की योजना है।
अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “परियोजना रक्षा मंत्रालय से संबद्ध है, जोकि इसके लिए राशि भी मुहैया कराएगा। बजटीय अनुमान पर काम किया जा रहा है। परियोजना के पीछे का उद्देश्य शहरों और दूरदराज के इलाकों में रह रहे लोगों को सीमावर्ती क्षेत्रों की संस्कृति, इतिहास और इथनोग्राफी से अवगत कराना है।”
सूत्रों के अनुसार, एनएमएमएल प्रतिनिधियों के अलावा, भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद के प्रसिद्ध व्यक्ति और इसके साथ ही गृह, विदेश व रक्षा विभाग के अधिकारी भी नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में हुई बैठक में मौजूद थे।
रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया, “यह प्रस्तावित है कि यह कार्य सीमाओं के विभिन्न आयामों को कवर करेगा, जिसमें सीमाओं के बनने का पता लगाना, सीमाओं के बनने व मिटने और सीमाओं के बदलने, सुरक्षा बलों की भूमिका, सीमावर्ती लोगों के जीवन में संस्कृति, सामाजिक-आर्थिक पहलू शामिल हैं।”