नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)| दिल्ली में शनिवार को राजनीति की एक दुर्लभ तस्वीर देखने को मिली, जब एक ही मुद्दे को लेकर एक ही समय पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने पाकिस्तानी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि, कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा ने निशाना साधा है।
भाजपा ने पाकिस्तान में सिखों के धर्मस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले की घटना पर कांग्रेस के प्रदर्शन को दिल्ली चुनाव से जोड़ा है। भाजपा की नई दिल्ली से सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के साथ कांग्रेस का कितना लगाव है, यह जनता नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर देख चुकी है।
भाजपा सांसद ने शनिवार को आईएएनएस से कहा, “कांग्रेस अपने किसी राजनीतिक सिद्धांत की वजह से प्रदर्शन नहीं कर रही है। जब तक ये शासन में रहे, तब तक पाकिस्तान से आए किसी शरणार्थी को इन्होंने नागरिकता नहीं दी। अब सीएए के विरोध में भी खड़े रहे। इनका तो स्पष्ट पक्ष है। आज जब नानकाना साहिब पर हमला हुआ तो जानबूझकर दिल्ली चुनाव को दिमाग में रहते हुए जनता को गुमराह करने के लिए पाकिस्तानी दूतावास के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं।”
लेखी ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आज सिद्धू भी न जाने कहां गायब हैं। उन्हें समझना चाहिए कि गले लगाने के बाद भी कसाई.. भाई नहीं बन सकता। भाई और कसाई का अगर सिद्धू अंतर समझते तो अब तक सिखों पर अत्याचार को लेकर जरूर आवाज उठाए होते।”
भाजपा सांसद ने कहा, “पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने भाजपा की प्रेस कांफ्रेंस के बाद इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करने की बात कही है। मैं इतना कहना चाहती हूं कि आप अपना और हमारा इतिहास पढ़ लीजिए। आप के देश के जो अल्पसंख्यक हैं, उनके अधिकारों के लिए जमीन पर उतरिए। अगर फिर से अल्पसंख्यकों की आबादी पाकिस्तान में 23 प्रतिशत हो जाती है तो हमें खुशी होगी।”