न्यूजीलैंड : क्राइस्टचर्च जनसंहार के संदिग्ध पर चला मुकदमा

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क्राइस्टचर्च, 16 मार्च (आईएएनएस)| न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में शुक्रवार को दो मस्जिदों में हुई गोलीबारी के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 28 वर्षीय एक ऑस्ट्रेलियाई युवक को यहां की एक अदालत में शनिवार को पेश किया गया और उस पर हत्या का मुकदमा चलाया गया। जनसंहार में 49 लोगों की मौत हो गई थी। द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध ब्रेंटन हैरीसन टरांट को शनिवार सुबह यहां जिला अदालत में न्यायाधीश पॉल केलर के समक्ष पेश किया गया और उस पर हत्या का मुकदमा चलाया गया।

न्यायाधीश पॉल केलर ने उस मृतक का नाम सार्वजनिक नहीं किया जिसकी हत्या का मामला उस पर दर्ज किया गया है। उन्होंने यह फैसला मृतक के परिवार को अनुचित परेशानियों से बचाने के कारण लिया।


द गार्डियन के मुताबिक, टरांट के अदालत से निकलने के बाद न्यायाधीश ने कहा, “फिलहाल हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है, यह माना जाए कि अन्य मामले भी होंगे।”

टरांट को हिरासत में रखा गया है और उसे पांच अप्रैल को अदालत में पेश किया जाएगा।

ऑस्ट्रेलियाई शहर ग्रेफ्टन में पला-बढ़ा टरांट क्राइस्टचर्च से लगभग 360 किलोमीटर दूर डुनेदिन में रह रहा था।


न्यूजीलैंड पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जनता के लिए क्राइस्टचर्च अदालत बंद कर दी थी, लेकिन मीडियाकर्मियों को इसमें शामिल होने की इजाजत थी।

टरांट के अदालत में पेश होने से पहले, न्यूजीलैंड पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने कहा कि टरांट पर एक हत्या का मुकदमा चलाया गया है और अन्य मामले बाद में चलाए जाएंगे।

बुश ने कहा, “मैं न्यूजीलैंड के सभी निवासियों को सुनिश्चित करना चाहता हूं कि इस हमले को जवाब देने के लिए हम अपनी पूरी शक्ति से काम कर रहे हैं और पूरे देश में सभी जरूरी संसाधन पहुंचा रहे हैं।”

टरांट अल नूर मस्जिद और लिनवुड मस्जिद में शुक्रवार को हुई गोलीबारी के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में से एक है। अन्य दो संदिग्धों को हिरासत में रखा गया, लेकिन हमले में उनकी भूमिका अभी अस्पष्ट है।

गिरफ्तार किए गए चौथे व्यक्ति को सशस्त्र प्रत्यक्षदर्शी मान लिया गया जो पुलिस की सहायता करना चाहता था।

इसी बीच, न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने शनिवार सुबह जनता से फिर कहा कि आतंकवादी हमलों को देखते हुए न्यूजीलैंड का बंदूक कानून बदला जाएगा।

अर्डर्न ने कहा, “हमारा बंदूक कानून बदला जाएगा।”

सरकार द्वारा सुरक्षा बढ़ाने के कारण पूरे देश में सप्ताहांत में बड़े कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।

शुक्रवार को दक्षिणपंथी माने जा रहे कम से कम दो बंदूकधारियों ने दो मस्जिदों में अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी, जिसमें 49 लोगों की मौत हो गई और 48 लोग घायल हो गए।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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