भुवनेश्वर। ओडिशा में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े एक रैकेट के भंडाफोड़ के बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन्होंने धोखाधड़ी से वस्तुओं पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया है, जिसकी आपूर्ति नहीं की गई है। जीएसटी कमिश्नर सुशील लोहानी ने कहा कि फर्जी चालान के जरिए 138 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट क्रेडिट पास करने और धोखाधड़ी से लाभ लेने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों की पहचान रामचंद्र मल्लिक व आदित्य नायक के रूप में की गई है, दोनों बिरजा स्टील में साझीदार है। इसके साथ दीनदयाल अग्रवाल व अतुल बंसल हैं।लोहानी ने कहा कि अतुल बंसल, इंटर-स्टेट जीएसटी धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड है।
जांच में खुलासा हुआ है कि बंसल ने अन्य लोगों के साथ कई लोगों के नाम पर 20 फर्जी कंपनियां बनाई थीं। इन लोगों में गृहणियां, टैक्सी चालक, डेली वेजर्स, प्लंबर्स व बेरोजगार युवा शामिल हैं।उन्होंने कहा कि इन फर्जी कंपनियों के नाम से बैंक खाते खोले गए।
लोहानी ने कहा कि इन कंपनियों ने बिना कर भुगतान के 603 करोड़ रुपये के लोहे व स्टील की खरीद व 743 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाया है।