इस्लामाबाद, 19 फरवरी (आईएएनएस)। विदेश कार्यालय ने गुरुवार को सिख यत्रियों के तीर्थयात्रा के लिए पाकिस्तान जाने के बारे में भारतीय चिंताओं को खारिज कर दिया और कहा कि यात्राओं के दौरान उनको पूरी सुविधा दी गई।
डॉन न्यूज ने शुक्रवार को बताया कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, पाकिस्तान धार्मिक स्थलों का दौरा करने के लिए, भारत सहित दुनिया भर के सिख यत्रियों को अधिकतम सुविधा प्रदान करता है।
भारत ने साका ननकाना साहिब की 100 वीं वर्षगांठ के लिए 18 से 25 फरवरी तक पाकिस्तान जाने का इरादा रखने वाले लगभग 600 सिखों को रोक दिया था। समूह द्वारा पाकिस्तान के पांच गुरुद्वारों का दौरा करने की उम्मीद की थी।
भारतीय गृह मंत्रालय ने एक पत्र में सिखों को यात्रा की अनुमति देने से इनकार करते हुए कहा था कि पाकिस्तान में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की क्षमता को ध्यान में रखते हुए यह इतने बड़े समूह को एक सप्ताह के लिए देश का दौरा करने की अनुमति नहीं दे सकता है।
भारतीय गृह मंत्रालय ने समूह की सुरक्षा के बारे में भी चिंता व्यक्त की थी।
चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान ने सिख यत्रियों की सुविधा के लिए करतारपुर साहिब में सबसे बड़ा और सबसे पवित्र सिख धार्मिक स्थल खोला था। उन्होंने कहा, सिखों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, जिन्होंने करतारपुर का दौरा करते हुए इसे कॉरिडोर ऑफ होप (उम्मीद का गलियारा) के रूप में वर्णित किया है, ने पाकिस्तान की इस ऐतिहासिक पहल की काफी सराहना की।
उन्होंने कहा, सिख समुदाय करतारपुर साहिब कॉरिडोर परियोजना को रिकॉर्ड समय में पूरा करने और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए गए उत्कृष्ट इंतजामों के लिए पाकिस्तान द्वारा किए गए प्रयासों की विशेष रूप से सराहना करता है।
प्रधानमंत्री इमरान खान के श्रीलंका की संसद के भाषण को रद्द करने के बारे में एक सवाल के जवाब में, चौधरी ने कहा कि दोनों पक्ष कोविड-19 संबंधी स्वास्थ्य सुरक्षा प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में प्रधानमंत्री की यात्रा के कार्यक्रम के एलीमेंट पर काम कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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