वाशिंगटन, 22 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तान की सेना ने कहा है कि उसका फोकस बलूचिस्तान प्रांत में चल रहे विकास कार्यो पर है जो सेना की मदद से चलाए जा रहे हैं।
बलूचिस्तान पाकिस्तान का अशांत प्रांत है जहां केंद्रीय सत्ता के विरुद्ध सशस्त्र संगठन सक्रिय हैं। कुछ संगठन बलूचिस्तान की पाकिस्तान से आजादी की मांग भी करते हैं जिन्हें पाकिस्तान व कुछ अन्य देशों ने आतंकवादी घोषित कर प्रतिबंधित किया हुआ है। प्रांत में मानवाधिकार हनन की घटनाएं सामने आती रही हैं। यहां सक्रिय संगठनों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की कार्रवाइयां सुर्खियों में रही हैं जहां बड़ी संख्या में युवा लापता हो चुके हैं और जिनका कभी पता नहीं चल सका।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सैन्य प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ अमेरिका आए पाकिस्तान सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने रविवार को पाकिस्तानी दूतावास में संवाददाताओं से कहा कि सुरक्षा बल देश की एकता व अखंडता के लिए बहादुरी से डटे रहेंगे।
उन्होंने दावा किया कि ‘लोगों और सुरक्षा बलों की कुर्बानियों के कारण पाकिस्तान में सुरक्षा हालात अब बेहतर हैं। पाकिस्तान की सेना का फोकस अब बलूचिस्तान में विकास की स्थिति पर है। बलूचिस्तान में सेना की मदद से सरकार की विकास परियोजनाएं चल रही हैं।’
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का अच्छा नतीजा सामने आया है। आगे बाड़ लगाने का काम जारी रहेगा और इससे देश में आतंकवादी हमलों में कमी आएगी।