मध्य प्रदेश के जाने-माने गृहस्थ संत पंडित देवप्रभाकर शास्त्री (Dev Prabhakar Shastri) उर्फ ‘दद्दाजी’ का सोमवार को कटनी में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले कटनी स्थित दद्दा आश्रम से अंतिम यात्रा निकली। कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के बावजूद इस यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियाँ भी उड़ी।
बता दें कि कटनी के दद्दाधाम कॉलोनी में देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी (Dev Prabhakar Shastri) का पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले पंडित देव प्रभाकर शास्त्री के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु कटनी पहुंचे। दद्दाधाम कॉलोनी के निज निवास में लोगों ने दद्दा जी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। बॉलीवुड एक्टर आशुतोष राणा और विधायक संजय पाठक ने अर्थी को कंधा भी दिया।
दद्दा जी पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के एम्स (AIIMS) में भर्ती थे। उन्हें 8 मई को माइनर पैरालिसिस अटैक आने पर दिल्ली ले जाया गया था। डॉक्टरों के जवाब देने के बाद उन्हें बीते शनिवार को ही एयर एंबुलेंस से जबलपुर होते हुए कटनी स्थित आश्रम में लाया गया था। बीजेपी विधायक संजय पाठक उन्हें अपने साथ दिल्ली से कटनी ले गए थे। इसके बाद से ही कटनी आश्रम ने बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेता दद्दा जी को देखने पहुंचे थे।
रविवार की रात करीब 8.30 बजे दद्दा जी ने अंतिम सांस ली थी। दद्दा जी के निधन के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। गमगीन माहौल में विधायक अजय विश्नोई, लखन घनघोरिया और संजय पाठक समेत अन्य लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त व्यक्त करते हुए कहा- ‘दद्दाजी’ की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ करने की बात कही। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ श्रद्धांजलि देते हुए बोले- ‘दद्दाजी’ का निधन अपूर्णीय क्षति है।
इससे पहले राज्य के सागर जिले में एक जैन मुनि के स्वागत में सड़क पर जनसैलाब उमड़ गया था। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।