बॉलीवुड अभिनेता और पूर्व बीजेपी सांसद परेश रावल (Paresh Rawal) के छोटे भाई हिमांशु रावल (Himanshu Rawal) को गुजरात (Gujarat) की मेहसाणा पुलिस (Mehsana Police) ने अपने क्लब में जुआघर चलाने व जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को पुलिस ने क्लब में छापेमारी के दौरान जुआ खेल रहे हिमांशु, उनके एक करीबी रिश्तेदार कीर्ति रावल समेत 20 जुआरियों को धर दबोचा। लोकल क्राइम ब्रांच ने कृष्णा सिनेमा के पास मथुरदास क्लब में छापा मारा कर करीब 2 लाख की नकदी,16 मोबाइल फोन और 3 वाहन आदि जब्त किए।
लोकल क्राइम ब्रांच ने रंगे हाथों दबोचा
जानकारी के मुताबिक, उत्तर गुजरात के मेहसाणा के विसनगर में गौरव पथ कृष्णा सिनेमा के पास मथुरादास नामक क्लब का संचालन पूर्व सांसद परेश रावल का रिश्तेदार कीर्ति रावल करता है। कीर्ति रावल इस क्लब का ट्रस्टी भी बताया जाता है। परेश रावल का भाई हिमांशु रावल लॉकडाउन के दौरान मुंबई से विसनगर आया था। क्लब में अहमदाबाद, गांधीनगर, मेहसाणा व आसपास के अन्य जिलों से जुआरियों को यहां कार से लाया जाता है तथा जुआ खिलाया जाता है।
इसकी जानकारी अड्डे पर मेहसाणा लोकल क्राइम ब्रांच को किसी सूत्र के जरिए मिली थी। एलसीबी ने विसनगर की ही लोकल पुलिस को सूचना दिए बिना क्लब में छापा मारकर हिमांशु रावल, उनके करीबी कीर्ति रावल सहित 20 लोगों को जुआ खेलते रंगे हाथों पकड़ लिया।
पुलिस ने सोमवार रात करीब डेढ़ बजे इस जुआघर पर छापा मारा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुआरियों को छोड़ने के लिए पुलिस पर राजनीतिक दबाव भी था, लेकिन पुलिसकर्मियों ने अपने फोन बंद कर लिए। इसके अलावा एलसीबी ने विसनगर की लोकल पुलिस को भी भनक नहीं लगने दी।
जांच अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक वाय. के. झाला ने बताया कि आरोपी हिमांशु रावल अहमदाबाद पूर्व के पूर्व सांसद परेश रावल का भाई है तथा एक अन्य आरोपी कीर्ति रावल चचेरा भाई है। पूछताछ में सामने आया है कि पिछले कई दिनों से यहां जुआ खिलाया जाता था। हिमांशु रावल मुंबई में रहता है लेकिन लॉकडाउन के दौरान वह विसनगर आया हुआ था।
गुजरात के अलग-अलग इलाकों से लाए जाते थे जुआरी
रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात के अलग-अलग इलाकों – विसनगर, नाना चिलोड़ा, अहमदाबाद , गांधीनगर, गोजारीया, राजकोट, जोधपुर-अहमदाबाद, सरखेज अहमदाबदा, मेहासणा, मुंबई, लाघणज, नवा वाडज, इसनपुर अहमदाबाद से सभी जुआरियों को इको गाड़ी में यहां तक लाया जाता था। दो ईको वाहनों का इस्तेमाल उपनगरों से जुआ खेलने वालों को लाने और ले जाने के लिए किया जाता था ताकि वाहन की भीड़ किसी को शक न हो। सभी वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया है।