बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 20 जनवरी को JDU के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक पटना में मुख्यमंत्री आवास में हुई। बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव, तीन तलाक बिल, नागरिकता संशोधन विधेयक सहित उम्मीदवारों के चयन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
करीब 4 घंटे तक चली बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि JDU अपनी पुरानी नीतियों एवं सिद्धांतों पर कायम रहेगी। केंद्र के तीन तलाक़ और नागरिकता क़ानून से संबंधित विधेयक का विरोध करेगी। लोकसभा के आगामी सत्र के समाप्त होते ही JDU अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर देगा।
फरवरी के अंत में JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में होगी जिसमें अंतिम निर्णय लिया जायेगा। पार्टी नागरिकता क़ानून के विरोध में 27 और 28 जनवरी को निकाली जाने वाली असम गण परिषद की रैली में भी शामिल होगी। इसके लिए केसी त्यागी, उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और राष्ट्रीय सचिव व त्रिपुरा और मेघालय के प्रभारी संजय वर्मा को हिस्सा लेने को कहा गया।
बैठक में लिये गये निर्णय पर राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि नागरिकता विधेयक और तीन तलाक मामले का पार्टी राज्यसभा में विरोध करेगी। रामजन्मभूमि विवाद में JDU अदालत के फैसले का सम्मान करेगी। त्यागी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि कहा कि नागरिकता विधेयक का JDU ने लोकसभा में विरोध किया, लेकिन कांग्रेस के सदस्यों ने वाकआउट किया। वाकआउट करना भी एक तरह से विधेयक का समर्थन करना ही माना जाता है।
JDU ने बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, बिजेंद्र प्रसाद यादव और राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नाम तय करने की जिम्मेदारी दी है। उम्मीदवारों के नामों की घोषणा संसद सत्र के बाद की जायेगी।
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