मोदी को चोर कहते हुए फोटोशॉप तस्वीर वायरल, क्या है इस तस्वीर की सच्चाई?

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मोदी को चोर कहते हुए फोटोशॉप तस्वीर वायरल, क्या है इस तस्वीर की सच्चाई?

“70 सालो में पहली बार ऐसा हुआ है, जनता प्रधानमंत्री को चोर कह रही हैं.”

इन शब्दों के साथ ABMB नामक फेसबुक पेज ने एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें कई महिलाओं के हाथ में एक पोस्टर है जिसपर ‘मोदी चोर’ लिखा हुआ दिख रहा है। इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक इसे 19 हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया है। इस पेज के 37 हजार फॉलोअर्स हैं।


इस तस्वीर को फेसबुक पर कई लाखों फॉलोअर्स वाले पेज ने और कई यूजर्स ने इन्हीं दावों के साथ पोस्ट किया है। The Headline पेज जिसके 19 लाख से भी अधिक फॉलोअर्स हैं, आजमगढ़ एक्सप्रेस जिसके 17 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, Love you India पेज जिसके 8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, इन सब पेजों ने इस तस्वीर को पोस्ट किया है जिसे हजारों बार शेयर किया गया है। ट्विटर पर भी यह तस्बीर शेयर की गई है।

क्या है इस तस्वीर की सच्चाई?

ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर का आसान सा गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया।

ABMB - Posts


गूगल रिवर्स इमेज सर्च से मिले परिणाम में हमें कई लेख मिले, जिसमें इस वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीरें है। इन लेखों में आज तक का 2 दिन पहले का रिपोर्ट शामिल है।

Google Search

फोटोशॉप तस्वीर

आज तक के 23 सितम्बर, 2018 के रिपोर्ट में हमें असली तस्वीर मिली, जिसमें महिलाओं के हाथ में दिख रहे पोस्टर में ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ लिखा हुआ देखा जा सकता है।

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दरअसल प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत का शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार, 23 सितम्बर को झारखंड की राजधानी रांची से किया था। आज तक के रिपोर्ट के अनुसार “इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों परिवारों की पेशेवर श्रेणियां आयेगी. नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं, योजना का लाभ करीब 50 करोड़ लोगों को मिलेगा।”

पहले भी हमने कई बार ऐसा देखा है कि असली तस्वीरों को फोटोशॉप कर उसका सन्दर्भ पूरी तरह बदल दिया जाता है। खासकर ऐसी तस्वीरें जिसमें पोस्टर या बोर्ड पर कुछ लिखा रहता है उसे फोटोशॉप के जरिये बदल दिया जाता है जैसे मदरसा में संस्कृत पढ़ाते शिक्षक की तस्वीर को इस्लाम को हिन्दू धर्म से बेहतर पढ़ाने के झूठे दावे के साथ फैलाया गया था। इसी तरह मंदसौर बलात्कार मामले के सन्दर्भ में प्लेकार्ड पर लिखे गए शब्दों को फोटोशॉप कर यह कहा गया कि बलात्कार आरोपी की रिहाई के लिए मुस्लिम समुदाय ने रैली निकाली। सोशल मीडिया पर दिखने वाले तस्वीरों को शेयर करने से पहले एक बार जाँच जरुर कर लेनी चाहिए।

साभार: ऑल्ट न्यूज़

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