पीयूष गोयल : निवेश बैंकर से रेलमंत्री बनने तक की कहानी, पढ़ें पूरा सफर

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मुंबई में पैदा हुए राज्यसभा सदस्य पीयूष गोयल (55) सुप्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से आते हैं।

उनके पिता दिवंगत वेदप्रकाश गोयल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। वह लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे।


पीयूष गोयल की माता चंद्रकांता गोयल मुंबई से तीन बार भाजपा की विधायक चुनी गईं।

माटूंगा स्थित डॉन बॉस्को स्कूल के छात्र पीयूष गोयल ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया था। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से कानून में डिग्री हासिल की है।

उन्होंने बतौर निवेश बैंकर अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत की थी। वह भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के निदेशक मंडल में सरकार की ओर से मनोनीत निदेशक के रूप में अपनी सेवा प्रदान की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में गोयल ने महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाला। पहले वह राज्यमंत्री के रूप में कोयला, ऊर्जा और नई व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में रहे और बाद में उन्होंने बतौर कैबिनेट मंत्री रेलवे और कुछ समय के लिए वित्त व कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय का कार्यभार संभाला।

गोयल मोदी के भरोसेमंद सहयोगी माने जाते हैं। उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए मंत्रिमंडल में बतौर केंद्रीय मंत्री शपथ ली।

वित्तीय मामलों में उनकी विशेषज्ञता को देखते हुए उनको उनकी रुचि के अनुसार विभाग मिल सकता है।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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