पटना: बिहार की राजधानी पटना में विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 4 सितंबर को पटना एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और मेट्रो से एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए एक मास्टर प्लान के दिशा-निर्देश जारी किए। इस महत्वपूर्ण योजना का लक्ष्य न सिर्फ शहर की कनेक्टिविटी को सुधारना है बल्कि यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। यह परियोजना पटना को एक आधुनिक शहर के रूप में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
मेट्रो और एयरपोर्ट के बीच बेहतर कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री के दौरे का मुख्य उद्देश्य पटना एयरपोर्ट को पटना मेट्रो से जोड़ने के लिए मास्टर प्लान तैयार करना था। इस योजना के तहत, यात्रियों को एयरपोर्ट से सीधा मेट्रो की सुविधा मिल सकेगी, जिससे शहर के अन्य हिस्सों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। यह कदम न सिर्फ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सहूलियत बढ़ाएगा, बल्कि पटना के भीतर यात्रा को भी अधिक सुगम और तेज़ बनाएगा।
पटना एयरपोर्ट का विस्तार
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन नए टर्मिनल का भी जायजा लिया। बताया गया है कि इस टर्मिनल का काम तेज़ी से किया जाएगा और इसे अगले साल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नए टर्मिनल के चालू होने से पटना एयरपोर्ट की यात्री क्षमता में बड़ा इजाफा होगा, जो हर साल लगभग 30 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा।
सड़क, अंडरपास, और नालों का निर्माण
मास्टर प्लान के तहत केवल मेट्रो और एयरपोर्ट के जुड़ाव तक ही सीमित नहीं है। इसके साथ ही एयरपोर्ट से पटना के अन्य प्रमुख हिस्सों तक बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए सड़क चौड़ीकरण, अंडरपास, और पटेल चौक से इको पार्क तक नालों को पक्का करने का भी प्रस्ताव है। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 1400 करोड़ रुपये होगी, जिसमें बुनियादी ढांचे का विकास और यात्री सुविधाओं का सुधार शामिल है।
विकास के साथ भविष्य की तैयारी
यह परियोजना पटना को एक आधुनिक और उन्नत शहर के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है। मेट्रो और एयरपोर्ट का जुड़ाव शहर में न सिर्फ यातायात व्यवस्था को सरल करेगा, बल्कि यह आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करेगा। मुख्यमंत्री के साथ दौरे पर कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर विस्तार से चर्चा की। आने वाले दिनों में इस योजना को लेकर और भी बैठकें की जाएंगी ताकि इसे समय पर पूरा किया जा सके।
पटना का यह विकास मास्टर प्लान न सिर्फ स्थानीय नागरिकों बल्कि राज्य के बाहर के यात्रियों के लिए भी बड़े बदलाव लेकर आएगा। यह परियोजना बिहार की राजधानी को एक नई पहचान देने की ओर अग्रसर है, जहां आधुनिक बुनियादी ढांचा और सुगम यातायात की सुविधा होगी।