National Digital Health Mission: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज 74वें स्वतंत्रता दिवस (74th Independence Day) के अवसर पर ‘One Nation one Health Card’ की घोषणा कर दी है। इस महत्तवकांक्षी डिजिटल स्वास्थ्य मिशन का ऐलान करने के बाद अब देश के हर नागरिक का एक हेल्थ कार्ड तैयार किया जाएगा।
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा, आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। ये है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा।’ इसे ‘One Nation One Ration Card’ की तर्ज पर बनाया गया है।
आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है।
ये है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन।
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा: PM @narendramodi #AatmaNirbharBharat
— PMO India (@PMOIndia) August 15, 2020
इस स्कीम के तहत हर व्यक्ति की हेल्थ का डेटा एक प्लेटफॉर्म पर मौजूद होगा। इस डाटा में डॉक्टर की डिटेल्स के साथ देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी उपलब्ध होगी। सरकार की वन नेशन वन हेल्थ कार्ड योजना (One Nation one health card scheme) के जरिए सभी को एक हेल्थ कार्ड बनवाना होगा।
क्या है ‘वन नेशन वन हेल्थ कार्ड’-
इससे होने वाले ट्रिटमेंट और टेस्ट की पूरी जानकारी इस कार्ड में डिजिटली सेव रहेगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि देश में किसी भी हॉस्पिटल या डॉक्टर के पास जब इलाज कराने जाएंगे तो साथ में आपको सारे पर्चे और टेस्ट रिपोर्ट को नहीं ले जाना पड़ेगा। पूरे देश में डॉक्टर कहीं से भी बैठकर आपकी यूनिक आईडी के जरिए सारा मेडिकल रिकॉर्ड देख सकेंगे।
कैसे काम हेल्थ कार्ड-
किसी भी व्यक्ति का मेडिकल डेटा (Medical Data) रखने के लिए अस्पताल, क्लिनिक, डॉक्टर एक सेंट्रल सर्वर (Central Server) से लिंक रहेंगे। हालांकि किसी भी अस्पताल और नागरिकों के लिए अभी ये उनकी मर्जी पर निर्भर करेगा कि वो इस मिशन से जुड़ना चाहते है या नहीं।
हर नागरिक का एक सिंगल यूनिक आइडी (Unique ID) जारी होगा। उसी आधार पर लॉगिन होगा. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन में मुख्य तौर पर चार चीजों पर फोकस किया गया है। Health ID, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड, देशभर के डिजी डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं का रजिस्ट्रेशन।