पंचायतों व वाडरे में सर्विलांस के लिए निगरानी समितियों को किया जाए सक्रिय : योगी

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लखनऊ , 12 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण में निगरानी समितियों की बड़ी भूमिका है। इसलिए सभी ग्राम पंचायतों तथा शहरी निकायों में वॉर्ड स्तर पर बेहतर सर्विलांस के लिए इन्हें सक्रिय किया जाए।

मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को यहां अपने सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां होम क्वारंटाइन की अवधि में प्रवासी कामगारों-श्रमिकों के सर्विलांस का कार्य करेंगी। निगरानी समितियों के कार्य के लिए एक मैकेनिज्म तैयार करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस समिति में ग्राम प्रधान, ग्राम चौकीदार, आशा वर्कर स्वच्छाग्रही, युवक मंगल दल तथा नेहरू युवा केन्द्र के सदस्यों को शामिल किया जाए।


योगी ने कहा कि निगरानी समितियों के द्वारा यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आए तो वे प्रशासन को सूचित करें। बाद में, निगरानी समितियां पौधारोपण तथा खाद्यान्न वितरण में भी उपयोगी भूमिका निभा सकती हैं। पंचायतों और वाडाोर्ं में समितियां सर्विलांस में उपयोगी साबित हो सकती हैं।

योगी आदित्यनाथ ने सभी जरूरतमंद और पात्र लोगों को राशन कार्ड दिए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाले सभी प्रवासी कामगारों-श्रमिकों को चरणबद्घ ढंग से राशन कार्ड उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। प्रवासी कामगारों-श्रमिकों सहित किसी भी जरूरतमंद के पास राशन कार्ड न होने पर भी उन्हें खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने जनपद आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्वरंटाइन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को टैग किया जाए। सभी कृषि विज्ञान केन्द्र कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) को बढ़ावा दें तथा किसानों को कृषि विविधिकरण के लिए प्रशिक्षित करें। किसानों के हित में कुछ स्थानों पर निजी मण्डियों की स्थापना करायी जाए। उन्होंने प्रमुख सचिव कृषि, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद तथा खाद्य आयुक्त को मण्डियों का निरीक्षण करके आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए टेस्टिंग और ट्रेनिंग पर विशेष बल दिया जाए। ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग तथा मेडिकल टीम की बेहतर ट्रेनिंग से संक्रमण को रोकने में बहुत सहायता मिलती है।

उन्होंने बरसात के मौसम में होने वाले संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अभी से तैयारी प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों से बचाव तथा उपचार एवं गर्मी के मौसम में सुचारू पेयजल व्यवस्था के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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