पटना, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री रहे और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। पटना के गंगा तट के दीघा के जनार्दन घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत रामविलास का अंतिम संस्कार किया गया। लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान वे कुछ समय के लिए बेसुध नजर आए।
इससे पहले उनके पार्थिव शरीर के साथ उनके आवास एस के पुरी से फूलों से लदे एक वाहन पर उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें बडी संख्या में लोग शामिल हुए। अंतिम यात्रा में जगह-जगह से लोग जुड़ते जा रहे थे। लोग ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, रामविलास तेरा नाम रहेगा’, ‘रामविलास अमर रहे’ जैसे नारे लगाते रहे। यहां से उनके पार्थिव शरीर को गंगा तट ले जाया गया।
उनकी यात्रा में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद उपस्थित रहे।
राम विलास पासवान का पार्थिव शरीर जैसे ही दीघा के जनार्दन घाट पहुंचा, मौजूद लोग उनकी एक झलक पाने के लिए टूट पड़ेे। किसी तरह उन्हें नियंत्रित किया गया। इस दौरान मौजूद लोगों ने गगनभेदी नारे लगाए।
जनार्दन घाट पर चिराग के साथ उनके भाई प्रिंस राज और परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे। लोजपा के अध्यक्ष चिराग मुखग्नि देते हुए बेसुध हो गए। किसी तरह उन्हें संभाला गया।
इस मौके पर बिहार के मुख्यमत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि रामविलास पासवान ने गुरुवार शाम 74 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। शुक्रवार शाम पासवान का पार्थिव शरीर वायुसेना के विशेष विमान से पटना लाया गया था, जहां बिहार के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित की।
इसके बाद इनके पार्थिव शरीर को विधानसभा परिसर और फिर लोजपा कार्यालय लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से लेाग राजधानी पहुंचे थे।
–आईएएनएस
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