संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सर्विस परीक्षा-2019 का रिजल्ट (UPSC Civil Services Result 2019) जारी कर दिया है। प्रदीप सिंह ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2019 में टॉप किया है। दूसरे स्थान पर जतिन किशोर और तीसरे स्थान पर प्रतिभा वर्मा रहीं। प्रदीप सिंह के हमनाम एक और प्रदीप सिंह यूपीएससी पास करने वालों की सूची में हैं। उन्होंने 26वीं रैंक हासिल की है। प्रदीप सिंह मूलरूप से बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं। लेकिन वर्तमान में इनका परिवार मध्य प्रदेश के इंदौर में रहता है। प्रदीप जब पांच साल के थे तब उनका परिवार गोपालगंज से इंदौर आकर रहने लगा था।
पिता पेट्रोल पम्प पर करते थे काम
प्रदीप सिंह के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पिता मनोज पेट्रोल पम्प पर काम किया करते थे और उनकी मां हाउस वाइफ है। जबकि प्रदीप के भाई निजी कम्पनी में काम करते हैं। प्रदीप बताते हैं कि उनके दादा ने अंतिम इच्छा जताई थी कि उसका पोता सिविल सर्विसेज में जाकर देशसेवा करें।
पिता ने घर बेचकर भरी कोचिंग की फीस
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रदीप ने इंदौर में स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विसेस की तैयारियां शुरू कर दी थी। प्रदीप तैयारी के लिए दिल्ली आना चाहते थे, मगर परिवार की आर्थिक स्थिति अनुकूल नहीं थी। ऐसे में पिता ने घर बेचकर बेटे को कोचिंग करवाई। कहते हैं कि परीक्षा के दौरान उनकी मां की तबीयत भी बिगड़ गई थी। पर इसका प्रदीप की परीक्षा पर कोई असर न हो इसलिए उनके पिता ने इस बात की उन्हें भनक तक नहीं होने दी।
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— Pradeep Singh (@_pradeepsingh_) August 4, 2020
पिछली बार हासिल की 93वीं रैंक
गौरतलब है कि प्रदीप ने पिछले साल यानि यूपीएससी परीक्षा 2018 में भी सफलता हासिल की थी। उस समय अपने पहले ही प्रयास में प्रदीप 93वां स्थान हासिल कर महज 22 की उम्र में आईएएस बने। वह, फिलहाल भारजीय राजस्व सेवा (IRS) में बतौर असिस्टेंट कमिश्नर कार्यरत हैं। यूपीएससी 2019 की परीक्षा में प्रदीप ने फिर भाग्य आजमाया और इस बार 26वींं रैंक मिली।
भागलपुर के श्रेष्ठ अनुपम को 19 वीं रैंक
इसके अलावा बिहार के भागलपुर के श्रेष्ठ अनुपम को यूपीएससी में 19 वां रैंक आया है। उन्होंने आईटाईटी दिल्ली से कैमिकल इंजीनियरिंग की पढाई की है। उन्होंने दूसरे प्रयास में बाजी मारी है। अनुपम ने बताया कि पहली बार वे बिना किसी तैयारी हुए थे। इस बार उन्हें सफल होने का पूरा विश्वास था। उन्होंने वर्ष 2012 में दसवीं परीक्षा सेंट जोसेफ स्कूल से पास की। उस समय वे देश के सेकेंड टॉपर हुए थे।
समस्तीपुर के सत्यम को भी मिली सफलता
वहीं यूपीएससी की परीक्षा में समस्तीपुर के सत्यम की 169 रैंक आई है। उनके पिता विजय चौधरी हैं। वह विधान सभा का चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ चुके हैं।
बक्सर के अंशुमन राज को 107 वां स्थान
बक्सर जिले के नावानगर का अंशुमन राज ने यूपीएससी में 107वां स्थान प्राप्त किया। उन्हें तीसरे प्रयास में कामयाबी मिल। अंशुमन ने नवोदय विद्यालय बक्सर से ही इंटर तक की पढ़ाई की है।
इस बार ‘राहुल मोदी’ को भी सिविल सेवा परीक्षा में मिली कामयाबी, मिली 420वीं रैंक
बता दें कि इस बार सिविल सर्विस परीक्षा में कुल 829 उम्मीदवारों को सलेक्ट किया गया है जिसमें 304 उम्मीदवार जनरल कैटेगरी से, 78 आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग, 251 अन्य पिछड़ा वर्ग, 129 एससी और 67 एसटी कैटेगरी से हैं। 2020 में फरवरी-अगस्त के बीच पर्सनालिटी टेस्ट, इंटरव्यू आयोजित किए गए।