पुणे में दीवार गिरी, 15 मरे, जांच के आदेश (राउंडअप)

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पुणे, 29 जून (आईएएनएस)| पुणे के कोंडवा क्षेत्र में शनिवार को एक इमारत के अहाते की दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। मृतकों में ज्यादातर पश्चिम बंगाल और बिहार के थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हादसे की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे के जिलाधिकारी को मामले की विस्तृत जांच करने के आदेश दिए हैं। सोशल मीडिया पर आए वीडियो में दिख रहा है कि गिरे हुए ढांचे के पास ही कारें कतार में खड़ी हैं।

फडणवीस ने कहा, “पुणे की दीवार ढहने की घटना में जानमाल के नुकसान के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ।”


फडणवीस ने घोषणा की कि मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घटना में घायल लोगों को 25 हजार रुपये मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।

महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी. राव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मृत प्रत्येक व्यक्ति का जीवन अनमोल था। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

पुणे पुलिस ने त्रासदी के लिए जिम्मेदार एक दर्जन के करीब लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, जिनमें कंचन बिल्डर्स, अल्कॉन स्टाइलस के शीर्ष अधिकारियों, उनके इंजीनियरों और ठेकेदारों के नाम शामिल हैं। उनके खिलाफ लापरवाही और गैर-इरादतन हत्या के आरोप लगाए गए हैं।


पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने कहा कि यह घटना शनिवार तड़के लगभग 2.15 बजे की है, जब एल्कॉन स्टायलस इमारत के अहाते की दीवार अचानक गिर गई और झोपड़ियों में सो रहे पीड़ित उसकी चपेट में आ गए।

हादसे में इमारत के अहाते के पास खड़े लगभग आधा दर्जन वाहन भी नीचे खिसक गए और वहां स्थित झोपड़ियों पर गिर गए।

अधिकारियों ने कहा कि बचाव दल की टीम तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन वे केवल दो नाबालिगों समेत तीन लोगों को ही बचा पाए। उनमें से ज्यादातर लोग मजदूर थे।

मृतकों में 10 पुरुष और पांच महिलाएं हैं। मलबे में फंसे अन्य लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है।

पुणे की मेयर मुक्ता तिलक ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम बगल में स्थित इमारत में चल रहे निर्माण कार्य पर तुरंत रोक लगाने का आदेश जारी कर रहे हैं। हम मृतकों के परिजनों को भी पूरी राहत देंगे।”

घटना की समीक्षा के लिए संरक्षक मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि वह पुणे के लिए रवाना हो गए हैं।

पीड़ितों और स्थानीय लोगों ने हादसे के लिए बिल्डरों और नगर निगम के कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया है, जिस पर पुणे कलेक्टोरेट और पुणे नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि वे घटना की अलग-अलग जांच करेंगे।

मारे गए लोगों में से ज्यादातर निमार्णाधीन इमारतों में मजदूरी करते थे। मृतकों की पहचान सुनील सिंह, सोनाली दास, भीमा दास, दीपन शर्मा, आलोक वर्मा, मोहन शर्मा, संगीता देवी, अवधेश सिंह, अमन शर्मा, रवि शर्मा, अजीत शर्मा, राहुल शर्मा, लक्ष्मीकांत साहनी, ओवी दास के रूप में हुई है।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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