पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कोविड-19 महामारी के बीच सुप्रीम कोर्ट से नीट-जेईई परीक्षा टालने की मांग करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अपने एडवोकेट जनरल अतुल नंदा से कहा है कि वे सुप्रीम कोर्ट में सामूहिक समीक्षा याचिका दायर करने के लिए विपक्ष शासित राज्यों में समन्वय करें।
इसे लेकर बुधवार को कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी ने सात विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में एक निर्देश जारी किया था।
अमरिंदर सिंह ने ऐसे एक सुझाव के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास परीक्षाओं को स्थगित करने के मुद्द पर गौर करने के लिए समय नहीं था।
उन्होंने कहा, “हम सभी को परीक्षा स्थगित करने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करना चाहिए, क्योंकि इससे लाखों छात्रों के जीवन को खतरा है।”
दुनियाभर में ऑनलाइन आयोजित होने वाली परीक्षाओं का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि जेईई और नीट समेत अन्य पेशेवर परीक्षाएं भी ऑनलाइन आयोजित की जा सकती हैं। ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित करके छात्रों को जोखिम में डालने की कोई जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में यह भी कहा कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए अनिवार्य की गईं अंतिम परीक्षाओं के मुद्दे पर बार-बार दलीलें देने के बाद भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने उनकी सरकार की चिंताओं का संज्ञान नहीं लिया।
उन्होंने सवाल उठाया, “हम सितंबर में कैसे परीक्षाएं करा सकते हैं जबकि अनुमान है कि राज्य में उस समय कोविड अपने पीक पर होगा? मैं भी चाहता हूं कि छात्र परीक्षा दें और पास भी हों, लेकिन संकट के बीच मैं यह कैसे कर सकता हूं?”
–आईएएनएस