राहुल, प्रियंका और अन्य 3 नेताओं को हाथरस जाने की अनुमति मिली (लीड-2)

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नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ हुई दरिंदगी व हत्या के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने की मांग पर अड़े हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य तीन को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़िता के परिजनों से मिलने की अनुमति दे दी है।

पुलिस को यहां दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी) फ्लाईवे पर इकट्ठा होने वाली भारी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्के लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा।


पुलिस प्रशासन का कहना है कि राहुल और प्रियंका समेत पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दे दी गई है। काफी लंबे हंगामे के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को डीएनडी फ्लाईवे से आगे जाने दिया गया है। इससे पहले काफी हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था और पुलिस ने राहुल व प्रियंका समेत कांग्रेसी नेताओं को रोक दिया था। इस दौरान डीएनडी पर लंबा जाम भी लग गया।

पुलिस ने डीएनडी की सभी लेन को बंद कर दिया था और केवल एक सर्विस लेन काम कर रही थी, जिसके कारण ट्रैफिक जाम हुआ।

पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति पाने में अपने दूसरे प्रयास में सफल होने के बाद, राहुल ने कहा, “पांच कांग्रेस नेताओं को हाथरस जाने की अनुमति दी गई है।”


सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी और पी.एल. पुनिया के साथ राहुल और प्रियंका हाथरस पहुंचेंगे।

इस बीच, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक और मल्लिकार्जुन खड़गे भी अन्य वाहनों में हाथरस जाने वाले हैं। राहुल गांधी द्वारा दिवंगत पीड़िता के परिवार से मिलने की घोषणा किए जाने के बाद, कांग्रेस के उत्साहित कार्यकर्ता डीएनडी छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे और हाथरस तक अपने नेताओं के साथ जाना चाहते थे।

इससे पहले शनिवार को पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्के लाठीचार्ज का सहारा लिया, जिसमें कई कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हो गए।

पुलिस की कार्रवाई के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गाड़ी से उतरे और एक घायल पार्टी कार्यकर्ता के पास गए और उसका हालचाल जाना।

यह राहुल और प्रियंका का हाथरस जाने का दूसरा प्रयास था। इससे पहले गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में गुरुवार को यमुना एक्सप्रेस-वे पर राहुल और अन्य नेताओं के वाहनों को रोक दिया गया था।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अन्य कांग्रेस नेताओं के काफिले के साथ शनिवार की दोपहर उत्तर प्रदेश की हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए निकले तो दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी) फ्लाईवे पर बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम देखने को मिला।

हाथरस की लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद राजनीति गरमा गई है। पीड़िता ने चार दिन पहले दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया, जिसके बाद विपक्षी नेता खासकर कांग्रेस के नेता हाथरस जाने की कोशिशों में लगे हुए थे।

राहुल और प्रियंका के काफिले को रोकने के लिए पुलिस ने डीएनडी के सभी निकास द्वार बंद कर दिए थे। इस क्रम में यह आठ लेन का फ्लाईवे लगभग बंद पड़ गया था।

लोग डेढ़ घंटे से अधिक समय तक फ्लाईवे पर रुके रहे, क्योंकि पुलिस द्वारा यह प्रत्येक वाहन की जांच की गई।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर मंगलवार को मारी गई हाथरस की लड़की के परिवार से मिलेंगी।

टोयोटा इनोवा गाड़ी में राहुल गांधी के साथ यहां अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय छोड़ने के बाद उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मैं किसी भी कीमत पर हाथरस का दौरा करूंगी, भले ही पुलिस हमें अनुमति न दे।”

प्रियंका ने खुद गाड़ी चलाई, जिसमें उनके भाई पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी आगे की सीट पर उनके साथ बैठे दिखे।

हालांकि प्रियंका बाद में पीछे की सीट पर आ गई, क्योंकि डीएनडी पर बहुत बड़ा ट्रैफिक जाम था।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “यह एक भयानक घटना है और हमें लड़की के प्रति अपना सम्मान दिखाना होगा। जो कुछ भी हुआ है, इस देश में इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता।”

हाथरस में कांग्रेस नेताओं के दौरे की योजना के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने यहां दिल्ली-नोएडा-डायरेक्टवे (डीएनडी) पर पर्याप्त व्यवस्था की है।

सुबह से ही कांग्रेस नेताओं को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने से रोकने के लिए भारी पुलिस तैनाती की गई है।

प्रियंका गांधी शुक्रवार को सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर गईं।

दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में मंगलवार को हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता जिंदगी से जंग हार गई थी।

प्रियंका ने कहा कि पीड़ित परिवार को इस समय अकेला महसूस नहीं करना चाहिए।

राहुल गांधी गुरुवार को भी हाथरस के लिए निकले थे, मगर उन्हें बीच में ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया था। गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में यमुना एक्सप्रेस-वे पर उस समय हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था और राहुल को रोके जाने के दौरान पुलिस के साथ ही हल्की धक्का-मुक्की में राहुल जमीन पर जा गिरे थे।

राहुल को अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया था, जिसके कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया। अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया गया।

कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को आरोप लगाया कि जब उन्होंने हाथरस की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया।

उत्तर प्रदेश सरकार ने 19 वर्षीय लड़की की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके अलावा शुक्रवार शाम को कई अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया।

उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों ने पिछले दो दिनों से किसी भी मीडियाकर्मी के प्रवेश पर रोक लगाने वाले गांव को सील कर दिया था। हालांकि शनिवार को मीडिया को पीड़िता के गांव में प्रवेश करने और उसके परिजनों से मिलने की अनुमति दे दी गई है।

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार को दम तोड़ने वाली दुष्कर्म पीड़िता के साथ कथित तौर पर बर्बर हमले किए गए थे, जिससे उसे फ्रैक्चर, लकवा और रीढ़ की हड्डी में गहरी चोट लग गई थी।

–आईएएनएस

एकेके/एसजीके

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