अयोध्या, 31 मार्च (आईएएनएस)| रामलला के ऑनलाइन दर्शन की हर तरफ से मांग उठ रही है। ट्रस्ट तक भी यह बातें पहुंच रही हैं। इसे लेकर मंथन हो रहा है। लेकिन अभी इसे लेकर संशय है। ट्रस्ट का मानना है कि उसके पास जो भी पैसा है वह मंदिर निर्माण के लिए है। इन सब खचरें के लिए नहीं है।
कुछ भक्तों इसके चित्रों को सोशल मीडिया डालना शुरू कर दिया है। तब इस चर्चा को और बल मिलने लगा है। लोगों को लगने लगा था कि वह रामलला के आनलाइन दर्शन शुरू हो गये हैं। जबकि श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि अभी इस बारे में कोई विचार नहीं है।
ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि ,” ऑनलाइन दर्शन की अभी कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। कोई भी जाता है फोटों खींच लाता है। उसे सोशल मीडिया में डाल देता है। अभी ट्रस्ट की ओर से इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। फेसबुक, ट्वीटर और इंस्टाग्राम में जो फोटो पड़ी है वह लोग अपने आप डाल रहे है।”
उन्होंने कहा कि, “अभी हाल में ही ट्रस्ट बना है। इसके बाद भगवान का ट्रान्सफर हुआ है। इतनी जल्दी यह काम नहीं हो सकता है। देष में जहां भी यह व्यवस्था है वह 50-50 सालों से पुरानी व्यवस्था है। अभी लोगों के विचार सुन रहे देखेंगे।”
चंपत राय ने कहा कि, “ट्रस्ट का पैसा मंदिर निर्माण के लिए है। हर काम में काम में पैसा खर्च होता है। जो भी धन है वह सिर्फ निर्माण के लिए है। अन्य किसी काम के लिए नहीं है। लोगों के मन विचार आते रहते हैं। हर व्यक्ति के विचारों की इच्छा पूर्ति नहीं की जा सकती है। ट्रस्ट के लिए अभी यह संभव नहीं है।”
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से देश भर में दहशत का माहौल है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार भी बचाव को लेकर हर कदम उठा रही है। इस बार रामजन्मोत्सव पर अयोध्या में रामलला के दर्शन कोरोना के चलते बंद किया गया है। रामनवमी मेले में भी श्रद्घालुओं से अयोध्या ना आने की अपील की गई है। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के आह्वान पर रामनवमी मेले से परहेज करने की श्रद्घालुओं से अपील की है। कहा गया है कि नवरात्र पर अयोध्या ना पहुंचे।