मशहूर समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया। राजद के कद्दावर नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश ने रविवार की सुबह दिल्ली एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। रघुवंश के निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रघुवंश प्रसाद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक आवास बिहार के वैशाली जिले के महनार प्रखंड के गोरीगामा पंचायत अंतर्गत पानापुर पहेमी गांव में होगा। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ वैशाली जिले में उनके गांव शाहपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर गंगा के किनारे हसनपुर घाट पर किया जाएगा।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में लिखा है कि रघुवंश बाबू जमीन से जुड़े राजनेता थे उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रुप से काफी दुख पहुंचा है। सीएम ने उनके निधन को राजनीतिक सामाजिक, शिक्षा और समाजवाद के क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
आपको बता दें कि रघुवंश प्रसाद ने पिछले महीने ही कोरोना को मात दी थी। हालांकि कोराना से जंग जीतने के बाद उनके फेफड़े में संक्रमण की शिकायत थी। दो दिन पहले उनको दिल्ली एम्स अस्पताल प्रशासन वेन्टीलेटर पर ले गया था। शुक्रवार तक उनकी तबियत स्थिर बताई गई थी, लेकिन रविवार की सुबह उनका निधन हो गया।
कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें पटना एम्स में भर्ती किया गया था। वहां से ठीक होकर वह घर लौट गए थे, लेकिन इसके बावजूद उनकी खांसी ठी नहीं हो रही थी। जिस वजह से उन्हें सांस लेने में भी परेशानी थी। लिहाजा उन्हें बेहतर इलाज के लिए 4 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था।
कुछ दिन पहले ही राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के लंबे समय तक मित्र और सहयोगी रहे सिंह ने बीते गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और इस तरह की अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि वह अक्टूबर-नवंबर में संभावित राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सत्तारूढ़ जदयू में शामिल हो सकते थे।