हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर तमाम विपक्षी दल लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। वहीं कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी योगी सरकार के रवैये को लेकर सबसे ज्यादा आक्रामक रूख दिखा रहे हैं। राहुल और प्रियंका दो दिन पहले ही पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस के लिए निकले थे, तब पुलिस ने दोनों को ग्रेटर नोएडा के परी चौक में रोक लिया था।
राहुल गांधी आज फिर हाथरस के लिए रवाना होंगे। एक खबर के मुताबिक वे दोपहर के समय हाथरस के लिए निकलेंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस सांसदों का एक दल भी जाएगा। राहुल गांधी के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर करने की कोशिश करेगा, ताकि पीड़ित परिवार के दर्द को साझा किया जा सके।
राहुल ने शुरू से ही इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय से वंचित रखने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार पीड़िता के परिजनों को भारी पुलिस बल की तैनाती कर उन पर लगाताब दबाव बना रही है। हाथरस की घटना को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल रखा है।
गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती से लेकर गांव की सीमा सील किए जाने, राहुल ने हर एक विषय पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी और सीएम योगी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार को फटकार लगाते हुए उनकी जवाबदेही की मांग की है। वहीं, प्रियंका गांधी ने भी हाथरस की पीड़िता के लिए दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की थी।
बता दें कि राहुल अभी दो दिन पहले भी बहन प्रियंका के साथ हाथरस के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा के परी चौक इलाके में ही रोक दिया और गिरफ्तारी के बाद वापस दिल्ली भेज दिया था। इस मामले में नोएडा पुलिस ने राहुल और प्रियंका समेत 153 कांग्रेस नेताओं, 50 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी।