राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) में पिछले 10 दिनों में तीन कर्मियों की आत्महत्या के बाद अब भीलवाड़ा जिले (Bhilwara) में भी पुलिस विभाग में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। भीलवाड़ा जिले में पिछले एक महीने से भी कम समय में 3 थानाधिकारियों को सस्पेंड किए जाने के बाद अब जिले की पारोली थाने की महिला थानाधिकारी सुशीला देवी के जहाजपुर से बीजेपी विधायक गोपीचंद मीणा (Jahazpur BJP MLA Gopichand Meena) पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। बीजेपी विधायक गोपीचंद मीणा के खिलाफ भीलवाड़ा एसीपी को लिखी थानाधिकारी सुशीला देवी की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
पारोली थाने की थानाधिकारी सुशीला देवी ने जहाजपुर विधायक गोपीचन्द मीणा पर गंभीर आरोप लगाते हुए एसपी हरेन्द्र महावर को लिखी इस चिट्ठी में पुलिस का मनोबल बढ़ाने की गुहार लगाई है। चूरू जिले के राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त बिश्नोई की आत्महत्या के बाद जैसलमेर और अजमेर में हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल की आत्महत्याओं के बाद एक महिला थानाधिकारी का विधायक पर प्रताड़ित करने के आरोप से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
वहीं इस मामले में विधायक गोपीचंद मीणा ने पारोली की महिला थानाधिकारी सुशीला देवी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बजरी और गार्नेट माफिया से मिली हुई हैं। विधायक ने कहा, ‘मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है और मैं समय-समय पर डीजी और आईजी से मिलकर इसकी शिकायत करता रहता हूं। यही वजह है कि सुशीला देवी ने मेरे ऊपर ये आरोप लगाए हैं।’
भीलवाड़ा के एसपी हरेंद्र महावर ने कहा कि पारोली की महिला थाना अधिकारी सुशीला देवी का 30 मई की लिखी यह चिट्ठी उन्हें सोमवार को मिली है। इस संबंध में उन्होंने शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुकृति उज्जैनिया को जांच सौंपी है। एसपी हरेंद्र महावर ने कहा कि हम यह भी पता लगा रहे हैं कि जो पत्र हमें सोमवार को मिला है वह एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हुआ है? उन्होंने कहा कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सभी पहलुओं पर जांच कर तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट देगी और उसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।