राजस्थान के कोटा जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है। बीते एक साल से 5 साल के बच्चे के पेट में पेट दर्द हो रहा था। उसका शरीर दिन पर दिन कमजोर होने लगा था।
जब हालात बिगड़ने लगे तो इस बच्चे का ऑपरेशन किया गया। जब इसका ऑपरेशन हुआ तो डॉक्टर हैरान रह गए। उस बच्चे के पेट से सांप की आकृति का धागे से बना करीब 3 फीट लंबा गुच्छा निकला।
पिछले एक साल से बूंदी जिले के हिंडोली में रहने वाले 5 साल के बच्चे को पेट दर्द और डकारें आने से दिक्कत हो रही थी। परिवार वालों ने कई बार डॉक्टरों को दिखाया। वह दवा लेकर ठीक हो जाता, पर वक्त के साथ वह कमजोर होता गया। और उसने खाना पीना बहुत कम कर दिया था।
जब हालात हद से ज्यादा बिगड़ने लगे तो बच्चे के पिता ने बूंदी में डॉक्टर वीएन माहेश्वरी को दिखाया। डॉक्टर ने जांच में पाया कि पेट में गांठ महसूस हो रही है। इसके बाद उन्होंने बच्चे को कोटा के वरिष्ठ शिशु शल्य चिकित्सक डॉक्टर समीर मेहता के पास रेफर कर दिया।
जब मेहता नर्सिंग होम में डॉक्टर समीर ने बच्चे का ऑपरेशन किया तो वह भी हैरान रह गए थे। भोजन की थैली से सांप जैसी एक आकृति का धागे से बना करीब तीन फीट लंबा गुच्छा निकला।
इसके बारे में डॉक्टर समीर ने बताया कि, यह बहुत दुर्लभ बीमारी होती है और मेडिकल भाषा में इसे रैपएंजेल सिन्ड्रोम कहते हैं। अधिकांश केस में मरीज़ खुद के बाल तोड़कर खाते हैं पर यह बच्चा कपड़े के धागे खाता था जो कि बहुत असामान्य था। डॉक्टर समीर के अनुसार उन्होंने ऐसा केस बीस साल में पहली बार देखा है। ऑपरेशन में बेहोशी की दवा देने वाले स्पेशलिस्ट डॉक्टर जेपी गुप्ता का इस ऑपरेशन में विशेष योगदान रहा। बच्चे को शिशु गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि, वह तीन-चार दिन बाद खाना-पीना शुरू कर सकता है। इस बीमारी को ट्रीकोबीज़ार भी कहा जाता है।